महाराष्ट्र में 107 साल की महिला ने दी कोरोना को मात
महाराष्ट्र के जलना जिले से एक बेहद ही सकारात्मक खबर आई है। यहां 107 साल की महिला ने मात्र 10 दिन में कोरोना महामारी को हरा दिया। औरंगाबाद के पास जलना में रहने वाली इस महिला की कुछ हफ़्ते पहले ही स्पाइन की सर्जरी भी हुई थी।

स्पाइन सर्जरी के बाद मुश्किल थी रिकवरी
जलना की स्पाइन सर्जन अर्चना भोसले ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इस उम्र में उनका स्वस्थ होना एक बड़ा चैलेंज इसलिए भी था क्योंकि कुछ हफ्ते पहले ही उनकी स्पाइन का ट्रीटमेंट हुआ था।। बता दें, कोविड 19 उन लोगों की सेहत पर बहुत बुरा असर डालता है जिन्हें पहले ही किसी भी तरह की बीमारी हो। इसके साथ यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी घटा देता है। यही कारण है, कि को – मोरबीडीटीज वाले लोगों को सरकार ने भी अपना ज्यादा ध्यान रखने की हिदायत दी है।
परिवार के ओर भी सदस्य हुए थे बीमारी के शिकार
यह चमत्कार ही है कि 107 साल की उम्र में महिला ने इतना सब होने के बावजूद भी कोरोना को मात दी। इतना ही नहीं, इनके परिवार के बाकि उम्रदराज लोगों ने भी इस विषम बीमारी को हरा दिया है। महिला के परिवार में उनकी बेटी (78) और बेटा जिनकी उम्र 65 साल है के साथ पोतेपोती 28 और 17 साल के कोरोना की चपेट में आ गए थे।
बेटे ने किया अस्पताल का शुक्रिया
अगस्त 11 को भर्ती होने के बाद अस्पताल के सभी सदस्य गुरुवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। महिला के बेटे ने कहा कि हम उम्मीद खो चुके थे। उन्होंने मेडिकल स्टाफ के डेडिकेशन की तारीफ़ की और कहा जिस तरह से हमारा। इलाज व ध्यान रखा गया, आज उसी कारण हम बच पाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारी जान बचाना किसी चमत्कार से कम नहीं।
83% से अधिक, 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की हुई मौत
यह खबर अपने आप में पॉजिटिव इसलिए भी है क्योंकि महाराष्ट्र सरकार के जारी किये गए डाटा के मुताबिक मुम्बई में मरने वाले 83% से ज्यादा लोग 50 साल से ज्यादा उम्र के हैं। राजधानी मुंबई में 7311 में से 6071 लोग कोरोना से मर चुके हैं, जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा रही है। महाराष्ट्र, भारत का सबसे बुरी तरह से एफेक्ट होने वाला राज्य है। अभी भी रोज़ कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना से मरने वालों की संख्या भी फ़िलहाल महाराष्ट्र में ही सबसे ज्यादा रिपोर्ट हो रही है। बता दें, बीते 24 घंटों में महाराष्ट्र में आये 14 हजार 161 नए मामले और 21 हजार 698 लोगों की अब तक जा चुकी है जान।