18 महीने बाद जम्मू कश्मीर में बहाल की जा रही है 4G इंटरनेट सेवा
जम्मू कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कुछ ही समय पहले जानकारी दी कि अब पूरे जम्मू कश्मीर में 4 जी इंटरनेट सेवा बहाल की जा रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में एक उच्च स्तर समिति ने जम्मू कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने का निर्णय , सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर किया है। सुरक्षा एजेंसीयों द्वारा दी गयी रिपोर्ट में साफ किया गया अब इंटरनेट बहाली करने से UT में कोई बड़ी सुरक्षा समस्या पैदा नहीं होने की संभावना है। जिसके बाद ही यह फैसला लिया गया। मीटिंग में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा भी रहे मौजूद।
4G mobile internet services being restored in entire J&K @diprjk
— Rohit Kansal (@kansalrohit69) February 5, 2021
कब हुआ था इंटरनेट ब्लैकआउट ?
5 अगस्त 2019 को केंद्रीय सरकार ने संविधान में जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेटस देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था और राज्य को जम्मू कश्मीर, लदाख केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इस दिन से ही घाटी में फोन सर्विसेज और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी। बता दें, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा संभावित गतिविधियों को रोकने के लिए किया गया था।
4जी की हुई वापसी
भारत सरकार की ओर से आज जानकारी दी गयी कि जम्मू कश्मीर में 4 जी इंटरनेट सर्विसेज को बहाल किया जा रहा है। जिसपर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के नेता ओमर अब्दुल्लाह ने तंज कसा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 4 जी मुबारक, अगस्त 2019 के बाद पूरे जम्मू कश्मीर में 4जी मोबाइल सेवा शुरू कर दी गयी, देर आए दुरुस्त आए।
4G Mubarak! For the first time since Aug 2019 all of J&K will have 4G mobile data. Better late than never.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 5, 2021
हालाकिं धीरे धीरे करके घाटी में फोन सर्विसेज को शुरू किया गया था। इसके अलावा जनवरी 2020 में जम्मू कश्मीर के कुछ जिलों में 2जी इंटरनेट सेवा भी चालू की गयी थी। लेकिन हाई स्पीड इंटरनेट की समस्या बहुत जगहों पर थी। यहां तक कि पिछले साल अगस्त में घाटी के दो जिलों में इंटरनेट 4जी की सेवा शुरू की गयी थी।अब इंटरनेट सेवाओं के शुरू होने के बाद छोटे बिजनेस और स्टूडेंट्स की काफी समस्या कम होंगी। पिछले डेढ़ साल में जम्मू कश्मीर के लोगों ने बहुत ज्यादा तकलीफों का सामना किया है।