विदेश में पढ़ाई कर देश में फ़ोन पर कोरोना का फ़्री इलाज , जानिए इस असली ‘कोरोना योद्धा’ की कहानी
कोरोना काल में जब देश महामारी से लड़ रहा है तब देश अनेकों योद्धाओ में से एक ऐसा योद्धा है को ढाल बन कर देश वासियों की हिफाज़त कर रहा है और इस महामारी को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।

कोरोना काल में जब देश महामारी से लड़ रहा है तब देश अनेकों योद्धाओ में से एक ऐसा योद्धा है को ढाल बन कर देश वासियों की हिफाज़त कर रहा है और इस महामारी को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। वो योद्धा हैं हमारे डॉक्टर्स.. एक समय जब कोरोना केस तेज़ी से बढ़ रहे थे तब हॉस्पिटल में नए मरीजों के लिए बेड्स की कमी पड़ने लगी, तब हमारे डॉक्टर्स ने न केवल हॉस्पिटल बल्की घर में बीमार पड़े लोगों का इलाज करना शुरू किया.. और माध्यम था टेलीफोनिक चिकित्सा.. यानि फोन के माध्यम से मरीज़ का इलाज करना। मसलन फोन पर मरीज़ से उसकी दिक्कतों को जानना और उसके हिसाब से दवाई या अन्य तरीके मरीज को बताना।
फोन पर किया लोगों का इलाज, हज़ारों लोग हो चुके हैं ठीक
ऐसे ही एक डॉक्टर है दिल्ली स्थित मूलचंद हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अजय बेजुगम विदेश से पढ़कर देश सेवा में लगे डॉक्टर अजय कोरोना की इस दूसरी लहर में अब तक लगभग एक हज़ कोरोना मरीजों का टेलीफोनिक उपचार कर चुके है। जिसमे उन्होंने मरीज़ के घर आईएसीयू तक की सुविधा कराई है और सभी मरीज़ सकुशल इस बीमारी से बाहर निकले। साथ ही वे यूथ आवेकनिंग इंडिया संस्था के साथ जुड़ कर भी देश सेवा में लगे है। डॉक्टर अजय का कहना है कि इलाज से संबंधित फीस के लिए किसी को बाध्य नहीं करते, कहते है उनका मकसद पैसा कमाना नहीं बल्कि कोरोना को हराना है।
There are so many questions in people’s mind related to Corona So I asked my friend Dr Ajay Bejugam to answer few frequently asked questions.
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Check and share the video so that people don’t panic. Share with your friends and family if you find the video helpful.
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Please Don’t take any medicine before consulting your doctor. Medicines for everybody is not the same !!Posted by Saadi Dilli on Monday, 26 April 2021
सोशल मीडिया पर भी किया लोगों को जागरूक
एक समय जब कोविड केस तेज़ी से बढ़ रहे थे तब लोगों का खौफ भी चर्म पर था। साथ ही हॉस्पिटल में बेड्स की अनुपलब्धता भी एक बड़ा मसला था। ऐसे में कई मरीजों ने डॉक्टर अजय से संपर्क किया और घर रह कर अपना इलाज शुरू किया और कोरोना जैसी बिमारी को मात दी।
इसके साथ ही इन्होंने कोरोना इलाज से संबंधित कई कांफ्रेंस या अन्य तरीकों से लोगों को जागरूक किया। सोशल मीडिया के माध्यम से भी इन्होंने समय समय पर लोगों को कोरोना की रोकथाम व इससे बचाव के तरीके लोगों को सुझाए। देश में आज अगर कोरोना की दूसरी लहर कमज़ोर पड़ी है तो उसमे देश के डॉक्टर्स का बड़ा योगदान है, जिन्होंने दिन रात देश की सेवा की।