
दिल्ली के रानीबाग इलाके में स्थानीय लोगों ने एनिमल शेल्टर के सदस्यों के साथ मारपीट की। दरअसल, ये लोग वहां आवारा कुत्तों के बचाव के लिए गए थे। दिल्ली के नेबरहुड वूफ (Neighbourhood woof) नामक एनजीओ चलाने वाली आएशा क्रिस्टीना ने एक वीडियो जारी किया जिसमें वो बूरी तरह से घायल थी और लोगों से मदद की गुहार लगाई।
आएशा का कहना है कि जब वो और उसका संगठन के स्टाफ सदस्य स्थानीय स्ट्रीट डॉग्स की मदद कर रहे थे तभी वहां के निवासियों ने उन पर हमला कर दिया। वीडियो में साफ नज़र आ सकता है कि किस तरह से आएशा घायल है और खून से लतपत है। वो आगे वीडियों में कहती है कि मैं आजादपुर पुलिस स्टेशन के बहार खड़ी हूँ। आएशा कहती हैं कि लोग हमें ऐसे ही पीटते हैं और यह हमारे देश की दिनचर्या बन गयी है। वीडियो में आएशा अपने सहयोगियों को भी दिखाती हैं अभिषेक, विपिन और दीपक जो उनके साथ घायल हुए हैं।
पुलिस की चार्जशीट में दिल्ली दंगों पर चौकाने वाला खुलासा
DCW ने मामले को गंभीरता से लिया
दिल्ली महिला आयोग (Delhi commission for Women) की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि जो लोग इंसानियत का काम कर रहे हैं और बेजुबान जीवों के लिए काम कर रहे हैं, उनपर इतनी क्रूरता से हमला किया गया है। उन्होंने अपनी टीम की तरफ से आश्वाशन दिया कि हम आपके साथ हैं। मालीवाल ने अपने ट्वीट में आगे यह भी कहा कि डीसीडब्ल्यू टीम उनके संपर्क में हैं और आख़िरकार एफआईआर दर्ज की गई है। आगे और कड़ी कार्यवाही की मांग भी की।
इस मामले पर दिल्ली पुलिस का क्या कहना है?
दिल्ली पुलिस ने अपनी इन्वेस्टीगेशन में इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 323, 341, 506 और 427 के तहत शिकायत दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने साथ ही कहा कि 3 जुलाई की रात लगभग 10:30 बजे स्थानीय निवासियों और एनजीओ के सदस्यों से पूछताछ की थी, जिसपर गरम बहस छिड़ गई। उनके बीच हाथापाई भी हुई। जिसके बाद एनजीओ के कार्यकर्ताओं ने भागने की कोशिश की तो लोगों ने पथराव किया और गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। दिल्ली पुलिस ने आगे बयान में कहा कि आगे अभी भी जांच जारी है।
नेबरहुड वूफ एनजीओ में काम करने वाली आयशा ने थाने के बहार वीडियो बनाकर सारे मामले का खुलासा किया। जिसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और लोग इनके साथ हुई बदसलूकी देख गुस्से में हैं।