क्या कोरोना वैक्सीन का डायबिटीज मरीजों पर हो रहा साइड इफ़ेक्ट ! जानिए सच्चाई
कोरोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीन ही एक मात्र उपाय है और यही कारण है कि सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन की सलाह दी जा रही है।

कोरोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीन ही एक मात्र उपाय है और यही कारण है कि सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन की सलाह दी जा रही है। वैक्सीन के बाद थोड़े बहुत साइड इफेक्ट्स तो सभी में आते हैं लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे मामले भी हैं जो डॉक्टर्स को चिंता में डाल रहे हैं।
बता दें कोरोना वैक्सीन लेने के बाद डायबिटीज मरीजों का ब्लड शुगर अचानक बढ़ रहा है। दिल्ली के फोर्टिस सी-डॉक सेंटर ऑफ़ डायबिटीज अस्पताल ने मीडिया को बताया कि हाल ही में वैक्सीन से ब्लड शुगर के 7-8 मामले सामने आ चुके हैं। इनमे से एक महिला का केस है जिसे पिछले 20 साल से टाइप 2 डायबिटीज है।
वैक्सीन से ऐसा हो रहा है इसका कोई डाटा नहीं
मेडिकल जर्नल, डायबिटीज एंड मेटाबोलिक सिंड्रोम में पब्लिश हुई रिपोर्ट के मुताबिक इस महिला ने 4 मार्च को कोविशिल्ड की पहली डोज ली थी। फोर्टिस सी डॉक के चीफ डॉ अनूप मिश्रा ने बताया कि वैक्सीन से पहले महिला का ब्लड शुगर दवाओं की मदद और डाइट के जरिए कंट्रोल में था लेकिन खुराक लेने के बाद ये एक महीने तक बढ़ा हुआ पाया गया। दूसरी अन्य 64 साल के पुरुष है जिन्हें 18 जनवरी को पहली कोविशिल्ड की डोज लगी थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक उनका ब्लड प्रेशर 130/80 से बढ़कर 160/90 मिमी हो गया। साथ ही इन्हें कुछ घंटें तक हार्ट की समस्या, खून पसीना आना और दिल की धड़कन अनिमियत होना की शिकायत भी सामने आई। लेकिन बाद में अपने आप बीपी सामान्य हो गया। एक और केस में ब्लड प्रेशर बढ़ा जो 15 दिन बाद सामान्य होगया।
वैसे तो कोविशिल्ड के आम साइड इफेक्ट्स में थकान, सर दर्द, ठंड लगना, बुखार और फ्लू जैसे लक्षण आते हैं। कुछ को पेट दर्द, लिम्फ नोड्स का बढ़ना, रैश जैसी समस्या होती है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि ब्लड प्रेशर का बढ़ना या ग्लूकोज में बदलाव वैक्सीन ट्रायल डेटा में नही बताया गया था।
जर्नल रिपोर्ट के अनुसार तीन मामलों में डाइट और एक्सरसाइज के जरिए ग्लाईसेमिक कंट्रोल करने में मदद मिली। डॉ मिश्रा ने बताया कि यह अच्छी बात है कि इन सभी मामलों में ब्लड शुगर अपने आप ही नार्मल स्तर पर आ गया। हालांकि उन्होंने डायबिटीज मरीजों को सावधान रहने की हिदायत दी।