दुनिया भर में हो रही है फ्रांस के राष्ट्रपति की निंदा, तमाम मुस्लिम देश मैक्रॉन के खिलाफ लामबंद

फ़्रांस के नीस शहर में पगेम्बर मोहम्मद कार्टून पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्वभर में फ़्रांस कुछ दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है। फ़्रांस दोहरी मार झेल रहा है एक तरफ वहां हिंसा के कारण माहौल गरमाया हुआ है तो दूसरी ओर फ़्रांस में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके चलते फ्रांस में दोबारा देशव्यापी लॉक डाउन का एलान किया गया है।
फ़्रांस पुलिस फाॅर्स है एक्टिव
एक के बाद वारदात के बाद फ़्रांस में आपात बैठक बुलाई गई। सबसे ताजा खबर के मुताबिक फ़्रांस के लियॉन शहर की चर्च के पादरी पर हमला करने वाले को गिरफ्तार किया गया है और दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। वहीं नीस हमले पर भी पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है।
फ़्रांस राष्ट्रपति ने क्या कहा ?
फ्रांस के राष्ट्रपति इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने के कारण आलोचना झेल रहे हैं। अब उन्होंने एक मीडिया एजेंसी से बातचीत के दौरान कुछ अहम् बातें सांझा की है। जिसमें उन्होंने साफ किया है कि वो मुस्लिमों का सम्मान करते हैं। फ़्रांस राष्ट्रपति मैक्रॉन ने कहा कि मैं मानता हूँ कि मुस्लिम समुदाय को पगेम्बर मोहम्मद पर कार्टून बनाये जाने से ठेस पहुंची है। लेकिन प्रतिकिया में इसपर हिंसा की जाए यह भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
फ़्रांस सरकार के खिलाफ क्यों हुए मुस्लिम देश?
पिछले कुछ दिनों में फ्रांस में हुई गतिविधियों के कारण फ़्रांस जैसा शांत देश हिल चूका है। लगातार हो रहे हमलों को देखते हुए सरकार ने फ़्रांस में तैनात सैनिकों की तादाद दोगुनी कर दी है। दरअसल, फ़्रांस के राष्ट्रपति ने इन घटनाओं का जिम्मेदार इस्लामिक आतंकवाद को बताया था। जिसके बाद से मुस्लिम देशों के नेता फ़्रांस से नाराज हैं। इसके अलावा कई देशों में फ्रांस के सामानों का बहिष्कार हो रहा है तो कई देशों में इमानुएल मैक्रॉन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
फ़्रांस में अब तक क्या हुआ ?
बता दें, सितम्बर महीने के शुरूआती दिनों में चार्ली हैब्दो मैगज़ीन में मोहम्मद के कार्टून को प्रकाशित करने के कारण पत्रिका के दफ्तरों में हमले हुए। उसके बाद एक शिक्षक सैम्युल पैटी का दिन दहाड़े सर कलम कर हत्या कर दी गयी, जिसके बाद से यह विवाद सही मायने में शुरू हुआ। सबसे हाल ही में फ्रांस के नीस में चर्च पर हमला हुआ है जिससे फ्रांस में चिंता का माहौल बना हुआ है।