पुलिस की चार्जशीट में दिल्ली दंगों पर चौकाने वाला खुलासा, पुलिस का बड़ी साजिश की तरफ इशारा
फरवरी में उत्तरी पूर्वी दिल्ली में दंगों के कारण राजधानी लगभग 40 वर्षों के बाद आग में जली थी। ऐसे भयानक हिंदू मुस्लिम दंगे हुए जिनमें कई बेगुनाह लोगों की जान चली गई। अब दिल्ली पुलिस की एक नई चार्जशीट में सामने आया है कि कुछ हिंदुओं ने whatsapp ग्रुप पर दंगे भड़काने और मुस्लिम पर अटैक करने की साजिश की थी।

WhatsApp पर ‘कट्टर हिंदुत्व एकता‘ ग्रुप बनाकर रची दगों की साजिश
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के हिसाब से फरवरी 25 यानि कि दंगों के दूसरे दिन कुछ हिंदू लड़कों ने एक whatsapp ग्रुप बनाया ‘कट्टर हिंदुत्व एकता‘ के नाम से जिसमें दंगों को ओर भड़काने की प्लानिंग की गई थी। इसमें मुस्लिमों पर अटैक और उनकी डेड बॉडी को नालों में डंप करने की बात भी कही गयी थी।
पुलिस ने बताया कि यह चार्जशीट एफआईआर नंबर 102/20 से संबंधित है, जो की गोकुलपुरी पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी। यह हमजा की हत्या के मामले में दर्ज की गयी थी, हमजा उन नौ मुसलमानों में से था जिनकी डेड बॉडी को भागीरथी नाले से बरामद किया गया था। इन मुस्लिम पुरुषों के संबधं में यह एफआईआर दर्ज हुई थी।
आपको बता दें, पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है जो इस whatsapp ग्रुप के मेम्बर थे और नफ़रत फैला रहे थे। जिनके नाम हैं– लोकेश सोलंकी, पंकज शर्मा, सुमित चौधरी, अंकित चौधरी, प्रिंस, जतिन शर्मा, ऋषभ चौधरी, विवेक पंचाल और हिमांशु ठाकुर को गिरफ्तार किया। ये सभी फिलहाल जेल में हैं।
पुलिस की चार्जशीट में यह भी सामने आया है कि शुरू में इस ग्रुप में 125 सदस्य थे और दंगाइयों को इकठ्ठा किया गया। चौकाने वाली बात यह है कि चार्जशीट के मुताबिक 26 फरवरी की रात को 11:39 बजे ‘सोलंकी‘ ने मैसेज किया कि वो और उसकी टीम ‘गंगा विहार‘ से हथियार और गोला बारूद लेकर पहुँच रही है।
इतना ही नहीं चार्जशीट में एक दूसरे मैसेज का भी उल्लेख है जिसमें रात 11:44 बजे सोलंकी मैसेज में लिखता है कि उसने और उसकी टीम ने दो मुसलमानों को मार के उनके शवों को नाले में फेक दिया है। आगे इस चार्जशीट में यह भी लिखा गया है कि कैसे इस समूह ने नौ मुस्लिमों को मारा और बाकि मुसलमानों के साथ बतमीजी की।
नाम, धर्म से मुस्लमान का पता कर दिया हत्या को अंजाम

पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक इस ग्रुप का तौर तरीका था लोगों की नाम, पता और पहचान पूछकर धर्म का पता लगाना और ‘जय श्री राम‘ कहने के लिए मजबूर करना। जिनकी आईडी में मुस्लिम नाम होता और नारा लगाने से इनकार करते उनपर ये लोग हमला कर देते।इस मामले की कोर्ट में पेशी होनी अभी बाकि है। गौरतलब है कि उत्तरी पूर्वी दिल्ली के इन दंगों में कम से कम 59 लोगों की मौत हुई और 400 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
चार्जशीट में पुलिस ने आरोप लगाया है कि दंगों की योजना स्टूडेंट एक्टिविस्ट, लोकल नेताओं और नागरिकता कानून विरोध में शामिल कुछ कार्यकर्ताओं ने बनाई थी। फिलहाल, दिल्ली पुलिस ने दंगों के सिलसिले में 111 चार्जशीट दर्ज की है जिसमें 650 लोगों के नाम सामने आये हैं।