शूटिंग वर्ल्ड कप से पहले DGCA का निशानेबाज़ों को तोहफा
DGCA शुटिगं खिलाडियों की लिए एक राहत की ख़बर लेकर आया है। दरअसल नागर विमानन महानिदेशालय की ओर से जारी की गई नई दिशानिर्देशों के अनुसार निशानेबाज़ अब अपनी निशानेबाजी किट के साथ विमान में सफर कर सकेगें।

राजधानी दिल्ली में शुरू हो रहे निशानेबाजी विश्व कप (Shooting World Cup) से पहले भारतीय निशानेबाजों के लिए नागर विमानन महानिदेशालय एक खुशखबरी ले कर आया है। दरअसल नागर विमानन महानिदेशालय की ओर से जारी की गई नई दिशानिर्देशों के अनुसार निशानेबाज अब अपनी निशानेबाजी किट के साथ विमान में सफर कर सकेगें। DGCA के नए निर्देशों के अनुसार निशानेबाज अब डोमेस्टिक फ्लाइट में एक से ज्यादा फायरआर्मस और 50 से अधिक कार्ट्रिजेज रख सकते है।
इससे पहले निशानचियों को एक राइफल से ज्यादा साथ ले जाने की इजाज़त नहीं थी। साथ ही कार्ट्रिजेज की मात्रा भी सीमित थी।गौरतलब है कि पिछले दिनों भारतीय निशानेबाज मनु भाकर (Manu Bhakar) को दिल्ली से भोपाल जाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। एयरपोर्ट पर फ्लाइट लेने से रोके जाने पर इस युवा खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई जिसमें खेल मंत्री किरेन (Kiren Rijiju) रीजीजू को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
उसके बाद ही नागर विमानन महानिदेशालय को ये फैसला लेना पड़ा। केन्द्रीय खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट करते हुए लिखा, कि मैं नागर विमानन महानिदेशालय के इस सकारात्मक और मददगार कदम का स्वागत करता हु। भारतीय निशेनाबाज़ बेहद अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। चूंकि इस साल ओलंपिक होने वाले है तो ये कदम खिलाडियो के लिए उत्साहवर्धक होगा।
I welcome this extremely supportive and positive move by the Civil Aviation Ministry. The Indian shooters are doing very well and in an Olympic year this ease of travel with their weapons will help them to focus on their training and competitions better. pic.twitter.com/tVYsCuxAVw
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) March 16, 2021
वहीं लंदन ओल्पिक में कांस्य पदक विजेता गगन नारंग (Gagan Narag) ने भी DGCA और खेल मंत्रालय की सरहाना की है। गगन का मानना है कि ये भारतीय निशानेबाजो को उनके खेल पर एकाग्रता बनाने में मदद करेगा। गगन नारंग ने कहा कि मुझे लगता है कि डीजीसीए और खेल मंत्रालय का ये फैसला वाकाई ही ऐतिहासिक है।
उन्होनें बताया कि मैं पिछले कई सालों से बतौर निशानेबाज़ सफर करता आ रहै हूं। मै निशानेबाजों को एक जगह से दूसरी जगह ट्रेन से सफर करते देखता हूं। ये फैसला उनके लिए राहत की बात होगी। हांलाकि ये देखने में एक छोटी सी बात लगती है लेकिन इसका असर खेल जगत में लम्बे अर्से तक देखने को मिलेगा।
इस फैसले का लाभ लेने के लिए निशानेबज़ों को अपने साथ जरुरी कागज़ात रखने होंगे। जिसमें खिलाडी का पहचान पत्र, बंदूक और कारटेज की ओनरशिप साथ रखनी होगी। साथ ही कलब के अध्यक्ष या सचिव के द्वारा दिया गया पत्र भी साथ रखना जरुरी होगा। तो DGCA के इस कदम के बाद कह सकते है कि भारतीय निशानेबाज़ (Indian Shooters) अब बिना किसी रुकावट के यात्रा कर सकेगें और इसका अच्छा असर उनके खेल पर पड़ेगा। साथ ही हम उम्मीद कर सकते है कि टोक्यों ओलंपिक (Tokyo Olympic) में निशानेबाज़ भारतीय परचम को बुलंद करेगें।