कोरोना से गई इस बड़े चैनल के पत्रकार की जान, ऑफिस हुआ सील
कोरोना संक्रमण का ख़तरा अब मीडिया चैनल तक भी पहुंच गया है। Zee News के बाद Doordarshan में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके चलते डीडी न्यूज के एक वीडियो जर्नलिस्ट की मौत हो गई है।

देश कोरोना के भयावह संकट के दौर से गुज़र रहा है। यह स्थिति दिन प्रतिदिन और भी ख़तरनाक और मुश्किल होती जा रही है। लगभग ढाई महीने से लॉक डाउन जारी है लेकिन कोरोना संक्रमण के मामलों में रोज़ाना रिकॉर्ड बढौतरी दर्ज की जारी है।
वहीं कुछ ऐसे योद्धा है जो इस कोरोना काल में एसेंशियल सर्विस के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे है। राष्ट्र के प्रति ऐसे ही फर्ज़ को अदा करते हुए दिल्ली स्थित दूरदर्शन के वीडियो जर्नलिस्ट योगेश कुमार की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई।
बता दे कि 26 मई को योगेश की तबीयत बिगड़ी जिसके कारण वे एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती हुए और 27 मई की दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि उनके शरीर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि उनकी मृत्यु के बाद हुई। योगेश 21 मई तक दूरदर्शन न्यूज़ में अपनी ड्यूटी का फर्ज़ निभा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार 21 मई को रिकॉर्ड हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के इंटरव्यू में भी शामिल हुए थे। इससे पहले भी ये स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता भी कवर कर चुके है। ऐसे में एहतियातन उन सभी को क्वारनटाइन किया गया है।
साथ ही दूरदर्शन स्टाफ के कई सदस्यों के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिए जा रहे है। मंडी हाउस स्थित दूरदर्शन भवन को निर्धारित समय के लिए सेनेटाइज़ करने के बाद सील कर दिया है। कुछ समय के लिए दूरदर्शन न्यूज़ का प्रसारण खेल गांव स्थित सीपीसी केंद्र से किया जा रहा है।
ये पहला मौका नहीं है जब दूरदर्शन के किसी जर्नलिस्ट की अपना फर्ज़ अदा करते हुए जान गई हो। गत वर्ष डीडी के एक वीडियो पत्रकार की छत्तीसगढ़ में हुए एक माओवादी हमले में जान चली गई थी।
दूरदर्शन के एक साथी पत्रकार ने बताया कि सरकारी संस्था होने के बावजूद डीडी में काम कर रहे Contractual कर्मचारी जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा जैसी मूल भूत सुविधाओं से भी वंचित है। ऐसे में सरकारी संस्था होने के बावजूद भी वहां काम कर रहे कर्मचारियों को इन ज़रुरी सुविधाओ से वंचित रखना अपने आप में कई अहम सवाल खड़े करता है।