
कोरोनावायरस महामारी के बीच आज पूरी दुनिया ‘पृथ्वी दिवस’ मना रही है। इस बार दुनिया 50वां पृथ्वी दिवस मना रही है। पृथ्वी पर रहने वाले तमाम जीव–जंतुओं और पेड़–पौधों को बचाने तथा दुनिया भर में पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ 22 अप्रैल के दिन ‘पृथ्वी दिवस’ यानि ‘अर्थ डे’ मनाने की शुरूआत की गई थी। 1970 में शुरू की गई इस परंपरा को 192 देशों ने खुली बांहों से अपनाया और आज लगभग पूरी दुनिया में प्रति वर्ष पृथ्वी दिवस के मौके पर धरा की धानी चुनर को बनाए रखने और हर तरह के जीव–जंतुओं को पृथ्वी पर उनके हिस्से का स्थान और अधिकार देने का संकल्प लिया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पृथ्वी दिवस पर ट्वीट संदेश में कहा कि हम सभी देखभाल और प्रचुर करुणा के लिए अपने ग्रह के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें। आइए हम धरती को और स्वच्छ, स्वस्थ और संपन्न बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लें। कोविड-19 को हराने के लिए सबसे आगे काम कर रहे लोगों को धन्यवाद दें।
On International Day of Mother Earth, we all express gratitude to our planet for the abundance of care & compassion. Let us pledge to work towards a cleaner, healthier & more prosperous planet.
A shout out to all those working at the forefront to defeat COVID-19. #EarthDay2020
— Narendra Modi (@narendramodi) April 22, 2020
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी पृथ्वी दिवस के मौके पर ट्वीट साझा करते हुए कहा कि, महात्मा गांधी ने कहा था– पृथ्वी सभी मनुष्यों की जरुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जलवायु परिवर्तन संभाषण के दौरान जीवन शैली के मुद्दे को लेकर आए। पृथ्वी दिवस पर हम सभी लालच छोड़ने और सतत जीवनशैली अपनाने का प्रण लें।
महात्मा गाँधी जी कहते थे की ‘पृथ्वी सबकी जरूरतों को पूरा करेगी पर लालसा को पूरा नहीं करेगी’। प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी यही कहते है की अगर दुनिया में जलवायु परिवर्तन का सामना करना है तो हमें एक स्थायी जीवन शैली को स्वीकार करना होगा और यह भारत की विशेषता है।#EarthDay2020 pic.twitter.com/IESBZKhm4v
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 22, 2020