किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर बड़ा हुआ स्टेज, केजरीवाल आज सिंघु बॉर्डर की कीर्तन सभा में होंगे शामिल
किसानों ने केंद्र से 29 दिसंबर को बातचीत के लिए प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कड़ाके की ठंड में भी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। एक और सरकार ने साफ कर दिया है कि कानूनों को वापिस नहीं लिया जायेगा तो किसान अपना आंदोलन मजबूत करने की कोशिश में जुट गए हैं। फ़िलहाल किसानों ने सरकार से बातचीत का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।
सीएम केजरीवाल जायेंगे सिंघु बॉर्डर
किसानों और सरकार के बीच गतिरोध बढ़ता ही चला जा रहा है। आज किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर बड़ा स्टेज तैयार कर दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम 6 बजे सिंघु बॉर्डर जायेंगे और शहीदी सप्ताह के दौरान कीर्तन दरबार कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। सीएम केजरीवाल इसी के साथ एक महीने में दूसरी बार किसानों से मिलेंगे। उनकी सरकार किसानों का पूरा समर्थन कर रही है और यही कारण है कि उन्होंने विधानसभा में बिल भी फाड़ दिया था।

पीएम की मन की बात का किसानों ने किया विरोध
आज पीएम मोदी ने मन की बात की जिसके दौरान सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पीएम नरेंद्र मोदी संबोधन के दौरान के दौरान थाली बजाकर विरोध दर्ज किया। किसान संगठनों ने पहले ही मन की बात का विरोध करने का एलान किया था।

30 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च
किसानों ने फैसला कर लिया है कि वो हार मानने वाले नहीं हैं। अगर सरकार जिद्दी है तो किसान भी हर तैयारी के साथ खड़े हैं। अब किसान संघठनों ने अपने आंदोलन को तेजी से बढ़ाते हुए 30 दिसंबर को सिंघू-मानेसर-पलवल राजमार्ग पर ट्रैक्टर मार्च आयोजित करने का आह्वान किया है। एक किसान ने दिल्ली और अन्य शहरों से लोगों को जुड़ने का आग्रह भी किया।
किसानों की अरदास, लगाई प्याज की फसल
बता दें, किसानों को आंदोलन करते हुए एक महीना पूरा हो गया है। आज सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन करने वाले किसानों ने अरदास की। तो दूसरी तरफ बुराड़ी ग्राउंड पर आंदोलन कर रहे किसानों ने प्याज की फसल लगा दी है। किसानों ने कहा कि अगर मोदीजी नहीं मानेंगे तो हम यहीं फसल उगाएंगे। खाली बैठे और कुछ करने को नहीं है तो खेती ही कर रहे हैं।