गाज़ियाबाद में पत्रकार की बेटियों से सामने गोली मार कर हत्या
गाज़ियाबाद की एक लोकल न्यूज़पेपर एजेंसी में काम करने वाले पत्रकार विक्रम जोशी की आज सुबह मौत हो गयी। पिछले दिनों पत्रकार को कुछ गुंडों ने गोली मार दी थी। इस घटना के बारे में सीसीटीवी फुटेज से चला। अब गाज़ियाबाद की पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पत्रकार की मौत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या है पूरी घटना ?
विक्रम जोशी पर सोमवार रात गाज़ियाबाद के विजयनगर इलाके में जानलेवा हमला किया गया था। सीसीटीवी फुटेज की मदद से साफ़ पता लगता है कि कई लोग पहले विक्रम जोशी को पीट रहे होते हैं और इसी बीच एक व्यक्ति उन्हें सिर पर गोली मार देता है। जिस दौरान विक्रम पर हमला किया गया उस वक्त उनके साथ मोटरबाइक पर दो नाबालिग बेटियाँ भी थी। जख्मी रूप से घायल होने के बाद विक्रम जोशी को यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया और बुधवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।
विक्रम जोशी के परिजनों का मानना है कि यह हमला बदला लेने की सोच से किया गया है। दरअसल, कुछ दिनों पहले पत्रकार विक्रम ने अपनी भांजी को छेड़छाड़ के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। इस बात पर विक्रम जोशी के भांजे ने बताया कि कुछ लड़के उनकी बहन को छेड़ते थे और इस मामले में उनके मामा ने पुलिस कंप्लेंट की थी। लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्यवाही नहीं की और नतीजा सबके सामने है।
पत्रकार की मौत के बाद विपक्ष की प्रतिक्रियाएं–
इस मामले पर कोंग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा। राहुल गांधी ने ट्वीट कर परिवार को सांत्वना दी और लिखा कि पत्रकार को भांजी की छेड़छाड़ के मामले पर एफआईआर कराने पर गोली मार दी जाती है। उन्होंने योगी सरकार पर तंज मारा और कहा कि वादा था राम राज का, दे दिया है गुंडाराज।
अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी। शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना।
वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 22, 2020
राहुल के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि गाज़ियाबाद तो NCR में है तब यहां कानून व्यवस्था का यह हाल है पूरे यूपी का अंदाजा लगाइए। उन्होंने लिखा कि ऐसे गुंडाराज में कौन सुरक्षित महसूस करेगा?
अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार श्री विक्रम जोशी जी को बेटी के सामने गोली मारी गयी थी। आज उनकी मृत्यु हो गई।
यूपी में जंगलराज इस कदर बढ़ गया है कि शिकायत करने के बाद आमजन को बदमाशों का डर सताता है। भाजपा सरकार अपराध के मुद्दे पिछली सरकारों की तरह ही फेल है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 22, 2020
साथ ही यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार से सवाल किया। उन्होंने लिखा कि पत्रकार अपनी बेटी के साथ बाइक पर जा रहा था और उसे गोली मार दी गई जिसके बाद से प्रदेश की जनता सकते में है। उन्होंने सरकार से कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ानेवाले इन बदमाशों को शह कौन दे रहा है? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि मीडिया तक को नहीं बख्शा नहीं जा रहा है जिसका जीता जागता सबूत है बेबाक पत्रकार की मौत। देश में डर का माहौल पैदा किया जा रहा है।
ग़ाज़ियाबाद में अपनी बेटी के साथ बाइक पर जा रहे एक पत्रकार को गोली मारने से प्रदेश की जनता सकते में हैं. भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि क़ानून-व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ानेवाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं.
उनके नवजीवन के लिए प्रार्थना! #NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 21, 2020
10 लाख की आर्थिक मदद, सरकारी नौकरी का एलान–
इसके बाद ग़ाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विक्रम जोशी के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने को घोषणा की है। साथ ही विक्रम की पत्नी को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया है।