
- स्वास्थ्य मंत्रालय की कोरोना के तेजी से प्रसार रोकने की नई योजना
- तेजी से प्रसार वाले इलाके में भौगोलिक क्वारंटीन किया जाएगा
- इन इलाकों में लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक होगी
- इलाके की पूरी घेराबंदी के साथ विशेष टीमें घर-घर जाकर जांच करेगी
- बड़े प्रकोप वाले भौगोलिक क्षेत्र का मतलब उन इलाके से जहां 15 से ज्यादा मामले आए
- देश के सभी हिस्सों को समान रुप से प्रभावित करने की संभावना कम
- अलग-अलग क्षेत्रों में प्रसार रोकने के विभिन्न तरीके अपनाने को कहा गया
- कंटेनमेंट जोन के बगल के जिले से स्वास्थ्यकर्मियों और स्वयंसेवकों की मदद ली जा सकेगी
- राज्यों से मौजूदा कानूनी साधनों की समीक्षा करने को कहा गया
- स्वास्थ्य मंत्रालय के दस्तावेज में मरीजों की डिस्चार्ज नीति का जिक्र
- शव प्रबंधन के समय एहतियात बरतने पर जोर दिया गया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए नई योजना बनाई है। जिस इलाके में कोरोनावायरस का तेजी से प्रसार होगा वहां भौगोलिक क्वारंटाइन किया जाएगा यानी वहां लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक होगी। कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों की तलाश के साथ ही पूरी तरह से घेराबंदी की जाएगी और विशेष टीमें घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेंगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बड़े प्रकोप वाले भौगोलिक क्षेत्र से मतलब गांव, कस्बा या शहर के उस इलाके से है जहां स्थानीय स्तर पर मामले 15 या उससे ज्यादा आए हो। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोनावायरस से देश के सभी हिस्से को समान रुप से प्रभावित हो, ऐसी संभावना कम है, इसलिए अलग-अलग क्षेत्रों के लिए विभिन्न तरीका अपनाने को भी कहा गया है। अपने दिशा-निर्देश में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बगल के जिलों से कंटेनमेंट जोन के सभी घरों की निगरानी के लिए एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, एनएसएस, एनसीसी के स्वयंसेवकों और अन्य स्वच्छता कर्मियों की मदद ली जा सकेगी। कोरोनावायरस के प्रसार रोकने के लिए राज्यों से मौजूदा कानूनी साधनों की समीक्षा करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के दस्तावेज में संदिग्ध कोरोना मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव पाए जाने की स्थिति में डॉक्टर द्वारा डिस्चार्ज करने की नीति का जिक्र है। साथ ही दस्तावेज में कहा गया है कि मृत रोगी का शरीर संक्रमण नहीं फैलाता है, फिर भी स्वास्थ्यकर्मियों को शव हटाने के समय एहतियात बरतने को कहा गया है।