
- स्कूल, कॉलेज खोलने पर शिक्षण संस्थानों, अभिभावकों और अन्य भागीदारों से मांगा फीडबैक
- फीडबैक के आधार पर होगा निर्णय, प्रतिबंधित गतिविधियों में किसी तरह की छूट नहीं
- हालात के आकलन के आधार पर कंटेनमेंट जोन के बाहर चुनिंदा गतिविधियों पर लगा सकते हैं रोक
कोरोना महामारी के चलते देश भर में पिछले लगभग ढाई महीने से लॉकडाउन है। गृह मंत्रालय ने आज लॉकडाउन के 5वें चरण की घोषना कर दी है। लेकिन इस चरण में गृह मंत्रालय की ओर से लॉकडाउन में काफी ढील दी है। वहीं सरकार अब बंद पड़े स्कूल, कॉलेज को फिर से खोलने का विचार कर रही है। गृह मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखकर स्कूल, कॉलेज खोलने के लिए शिक्षण संस्थानों, अभिभावकों और अन्य भागीदारों से चर्चा कर जल्द केंद्र को अपना फीडबैक भेजने को कहा है। मंत्रालय ने कहा कि फीडबैक के आधार पर, इन संस्थानों को फिर से खोलने के बारे में निर्णय किया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्यॊं के बीच आवाजाही पर कोई रोक नहीं है और ना ही किसी भी पास की ज़रूरत है लेकिन अगर राज्यों को कहीं ये जरूरी लगता है तो इसके बारे में पहले से व्यापक तौर पर जानकारी प्रचारित करनी होगी। साथ ही कहा कि प्रतिबंधित गतिविधियों में किसी तरह की छूट नहीं दी जा सकेगी, हालांकि हालात के आकलन के आधार पर कंटेनमेंट जोन के बाहर चुनिंदा गतिविधियों पर रोक लगा सकते हैं।