IIT रुड़की के इस शानदार प्रयोग से रुकेगी कोरोना की रफ्तार!
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनिया भर में तरह तरह की शोध चल रही है। लेकिन अभी तक किसी को पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिली। इसी बीच उत्तराखंड के शहर रुड़की से एक सुखद खबर आई है।

IIT रुड़की के शोधकर्ताओं ने फेसमास्क के लिए एंटी–माइक्रोबियल नैनोकोटिंग सिस्टम विकसित किया
IIT रुड़की के शोधकर्ताओं की एक टीम ने कोविड-19 के प्रसार को कम करने के लिए फेसमास्क और PPE के लिए एक नैनो–कोटिंग प्रणाली विकसित की है। यह नैनो–कोटिंग मौजूदा मास्क में वायरस के खिलाफ सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करती है और रोग के संचरण जोखिम को कम कर सकती है।
नैनो–कोटिंग को रोगजनकों को प्रभावी ढंग से 10-15 मिनट के भीतर मारने के लिए परीक्षण किया गया
इस कोटिंग का परीक्षण वायरस को 10-15 मिनट के भीतर प्रभावी ढंग से खत्म करने के लिए किया गया। कोटिंग में प्रयुक्त फोटोकैमिकल को वायरस को नष्ट करने के लिए किया गया, इसलिए इसमें कोरोना वायरस को भी बाधित करने की क्षमता होती है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने शोधकर्ता टीम को दी बधाई
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इस नई खोज की सराहना करते हुए कहा कि यह हमारे कोरोना योद्धाओं के लिए मददगार होगा। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर नवीन नवानी के नेतृत्व में काम करने वाली टीम को बधाई दी।नैनो–कोटिंग तकनीक हमारे कोरोना योद्धाओं के लिए मददगार होगी। टीम ने जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर नवीन नवानी के नेतृत्व में अच्छा काम किया
.@iitroorkee has innovated a special nano-coating that can be applied on PPE kits & face masks to prevent the spread of #COVID19. The innovation will be helpful for our #coronawarriors.
The team worked under leadership of Prof. Naveen Navani, Dept. of Biotechnology.
Great job? pic.twitter.com/5eK4W3H4lN— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 8, 2020