
देशभर में कोरोना महामारी से हजारों स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर्स भी इस विषम बीमारी की चपेट में आ गए हैं और अब तक 18 राज्यों में 196 डॉक्टरों की जान जा चुकी है। इसी बात का हवाला देते हुए आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने की मांग की है।
किन राज्यों में डॉक्टर्स की हुई मौत–
आईएमए IMA के अनुसार तमिलनाडु में 43, महाराष्ट्र में 23, बिहार में 19 और गुजरात में 23 डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है। वहीं पश्चिम बंगाल में 16, कर्नाटक में 15, राजधानी दिल्ली में 12 और उत्तर प्रदेश में मरने वाले डॉक्टर्स की संख्या 11 है। मरने वाले डॉक्टर्स में ज्यादातर डॉक्टरों की उम्र 50 साल से अधिक है। साथ ही, 32 डॉक्टर्स की उम्र 50 साल से कम हैं, जबकि 27 डॉक्टर्स की उम्र 70 साल से अधिक थी। बता दें, इन डॉक्टर्स में से 32 मेडिसिन के विशेषज्ञ थे और 62 डॉक्टर जनरल प्रैक्टिस करने वाले थे।
केंद्र सरकार को लिखा पत्र
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने इस बारे में बताया कि डॉक्टर्स को संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। दूसरी ओर महासचिव डॉ आरवी अशोकन ने कहा कि कोरोना से पीढ़ित डॉक्टर्स और परिजनों को पर्याप्त चिकित्सा की सुविधा दी जानी चाहिए। इसके अलावा फेडरेशन और रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखा और सभी डॉक्टर्स के लिये स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने की मांग की थी।
देश में एंटीजन टेस्ट हो रहे हैं ज्यादा–
हाल ही में, एंटीजन टेस्ट की संख्या आरटीपीसीआर टेस्ट के मुकाबले बढ़ा दी गयी है। इसका कारण यह है कि आईसीएमआर यानिकि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान के दिशा निर्देशों के अनुसार आरटीपीसीआर केवल उन्हीं का हो सकता है , जिनमे या तो लक्षण हो या वो कोरोना मरीज़ के कांटेक्ट में आये हों। वहीं दूसरी तरफ एंटीजन टेस्ट कोई भी करा सकता है।
एंटीजन टेस्ट में यदि व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो लक्षण वाले मरीजों का दोबारा आरटीपीआर टेस्ट किया जाता है। एक बात ओर है कि एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट केवल आधे घंटे में आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में एक से दो दिन लग जाते हैं। यही वजह है कि देश में एंटीजन टेस्ट ज्यादा हो रहे हैं।
राजधानी दिल्ली की रिपोर्ट–
इधर राजधानी दिल्ली में आज यानिकि सोमवार को 707 मामले कोरोना के सामने आये हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में 1070 मरीज ठीक हुए हैं और 20 लोगों की मौत हुई है। अच्छी बात यह है कि जून के मुकाबले मृत्यु दर 4 से घटकर 2.82 फीसदी हो गयी है। बता दें, दिल्ली में अब तक कोरोना के 1 लाख 46 हजार 134 मामले आ चुके हैं और 1 लाख 31 हजार 657 लोग रिकवर हो चुके हैं।