भारत में भी ली कोरोना ने डॉक्टर की जान

इंदौर
कोरोना के क़हर से दुनिया भर में 90 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के वुहान शहर से फैले इस संक्रमण ने इलाज कर रहे डॉक्टर को भी नहीं बख्शा, सैकडो हॉस्पिटल स्टाफ भी इससे जान गवां बैठे है। भारत में भी ऐसा पहला मामला सामने आया है। दरअसल इंदौर के इंदौर के एमबीबीएस डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की कोरोना से मौत हो गयी है। बताया जा रहा है कि वो लगातार अपने क्लीनिक पर मरीजों का इलाज करते रहे, उनके क्लीनिक पर मरीज़ों की भारी भीड़ रहती है। आशंका है कि किसी मरीज से उन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ था। कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की मौत मामले में दुख के और भी पहलू हैं। पिता यहां लोगों का इलाज करते-करते खुद अपनी जान गंवा बैठे। उनके तीनों बेटे इस वक्त ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। इस वजह से बेटे अपने पिता को मुखाग्नि नहीं दे पाए। तीनों बेटों के पास जब पिता के मौत की खबर पहुंची तो उन्हें गहरा सदमा पहुंचा। जैसे-तैसे तीनों भाइयों ने खुद को संभाला और बाद में उन्होंने मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए पिता के अंतिम दर्शन किए। गौरतलब है कि सिंधी समाज से ताल्लुक ऱखने वाले ड़ॉ. शत्रुघन पंजवानी 1985 में पाकिस्तान से भारत आए थे। उन्होंने पाकिस्तान की यूनिवर्सिटी ऑफ सिंध से 1983 में एमबीबीएस किया और इंदौर को अपनी कर्मभूमि बनाया और यहां प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू की। डॉ पंजवानी ने रूपराम नगर में क्लीनिक खोला था। इसके अलावा वो त्रिवेणी मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस करते थे।