जानिए कैसी थी इरफान की निजी ज़िंदगी, कब मिला था पहला ब्रैक
हैलो! भाईयों-बहनों, नमस्कार, मैं इरफान.. मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी... ये आखिरी शब्द थे इरफान की आवाज में। जिसे उन्होंने अपनी फिल्म अंग्रेजी मीडियम के प्रमोशन के लिए रिकॉर्ड किया था, लेकिन उन्होंने अपने संदेश के अंत में कहा था- मेरा इंतजार करना.. इस इंतजार का अंत इस तरह होगा, ये शायद किसी ने नहीं सोचा था।

बॉलीवुड के शानदार अदाकार इरफ़ान खान अब नहीं रहे। इरफ़ान ने 53 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। आपको बता दें कि बीमारी की वजह से इरफान खान को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कुछ समय पहले वह अपने इलाज़ के लिए लंदन भी गए थे। उसके बाद उनके हालत में कुछ सुधार आया था लेकिन मंगलवार को एक बार फिर तबीयत ख़राब होने पर उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांसे लीं।
एक नज़र इनकी ज़िन्दगी पर-
साहबज़ादे इरफ़ान अली खान का जन्म 7 जनवरी 1966 जयपुर के मुस्लिम पठानी परिवार में हुआ। इरफ़ान कभी भी एक्टिंग नही करना चाहते थे। क्रिकेट खेलने की ख्वाहिश रखने वाले इरफ़ान का चयन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हुआ और ऐसे उन्होंने एक्टिंग जगत में कदम रखा। इसके बाद इरफान खान की एंट्री ऐक्टिंग में हुई और पहला कदम टीवी की दुनिया में रखा। पहला टीवी शो ‘श्रीकांत’ था और इसके बाद उन्होंने ‘भारत एक खोज’, ‘कहकशां’ ‘सारा जहां हमारा’, ‘बनेगी अपनी बात’, ‘चाणक्य’, ‘अंगूरी’, ‘स्पर्श’ और ‘चंद्रकांता’ जैसे सीरियलों में काम किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई।
इरफ़ान का व्यवहारिक जीवन-
इरफान खान ने अपनी क्लासमेट सुतापा सिकंदर से 1995 में शादी की थी। पहले तो इरफान और सुतापा की शादी के लिए दोनों के घरवाले तैयार नहीं थे लेकिन बाद में मान गए। इरफान के दो बेटे बाबिल और अयान हैं। इरफान के संघर्ष के दिनों में सुतापा हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।
फ़िल्मी करियर-
1998 में बॉलीवुड डेब्यू इरफ़ान खान ने सलाम बॉम्बे फिल्म से किया। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे बड़े रोल किए लेकिन असली पहचान उन्हें ‘मकबूल’, ‘रोग’, ‘लाइफ इन ए मेट्रो’, ‘स्लमडॉग मिलेनियर’, ‘पान सिंह तोमर’, ‘द लंचबाक्स’ , ‘हिंदी मीडियम’ जैसी फिल्मों से मिली। इरफ़ान की हालिया रिलीज़ व अंतिम फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ है। कैंसर के इलाज के दौरान ही इरफ़ान ने इस फिल्म की शूटिंग की थी। बॉलीवुड के साथ-साथ इरफान हॉलीवुड में भी सक्रिय थे। उन्होंने ‘स्पाइडर मैन’, ‘जुरासिक वर्ल्ड’ और ‘इन्फर्नो’ जैसी फिल्मों में काम किया। हॉलीवुड अभिनेता टॉम हैंक्स ने उनकी सराहना करते हुए एक बार कहा था कि इरफान की आंखें भी अभिनय करती हैं। इरफान खान को फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ के लिए साल 2013 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। साल 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया था।
इरफ़ान ख़ान की मौत के बाद से पूरे देश में शोक ही लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इरफ़ान को श्रद्धांजलि दी। फ़िल्मी सितारों से लेकर, राहुल गांधी , प्रकाश जावेडकर लगभग हर तबके से लोगो ने इनकी मृत्यु पर शोक जताया। हमने एक बेहद गजब और वीर कलाकार को खो दिया और ये तारा सदा के लिए याद बन गया ।
अदिति शर्मा