कुछ ऐसा था ऋषि कपूर का फिल्मी सफर
बॉलीवुड़ के लिए ये हफ्ता बेहद बुरा साबित हो रहा है। एक तरफ जहां इरफान खान की कब्र की मिट्टी अभी सुखी भी नहीं थी वहीं हिन्दी सिनेमा के लिए एक और दुखद खबर आई। बॉलीवुड़ की पहली फैमली कही जाने वाले कपूर खानदान के तीसरी पीढ़ी के अभिनेता ऋषि कपूर का कैंसर की घातक बीमारी के चलते निधन हो गया

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर कैंसर से चली लंबी लड़ाई के बाद जिंदगी की जंग हार गए। ऋषि कपूर को एक दिन पहले तबीयत बिगड़ने के चलते मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे।परिवार में ऋषि तीसरी पीढ़ी के प्रतिनिधि थे लेकिन उनकी ज़ींदादिली ऐसी थी कि वे ऊपर और नीचे की पीढ़ी के सदस्यों को जोड़े रखते थे। खाने–पीने और मौज–मस्ती के बेहद शौकीन कपूर फैमली की जान थे। उनकी बेबाकी के किस्से कपूर खानदान की यादों में बसे हैं।
- एक नजर ज़िन्दगी पर–
शो मैन राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर का जन्म 4 सितम्बर 1952 को हुआ। ऋषि कपूर ने परम्परा के अनूसार अपने दादा और पिता के नक्शे कदम पर चलते हूए फिल्मों में अभिनय किया और वे एक सफल अभिनेता के रूप में उभर कर आए। ऋषि कपूर अपने भाइयों में दूसरे नंबर के थे। ऋषि कपूर ने साल 1980 में एक्ट्रेस नीतू सिंह से शादी की थी। इनके दो बच्चे रणबीर कपूर शानदार एक्टर और रिधिमा फैशन डिज़ाइनर है।
- फ़िल्मी सफ़र–
अपने 45 साल के फिल्म करियर में ऋषि कपूर ने तकरीबन 121 फिल्मों में काम किया। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर (1970) से डेब्यू किया था। फिल्म में अपने किरदार के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला। बतौर एक्टर उनकी फिल्म बॉबी(1973) थी जिसमें वह डिंपल कपाड़िया के साथ नजर आए थे। बॉबी फिल्म उस दौर की ब्लॉकबस्टर फिल्म रही। साथ ही ये चॉकलेटी बॉय के नाम से भी जाने लगे। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड (1974) में मिला था। ऋषि कपूर की छवि एक रोमांटिक हीरो की थी। उन्हें दर्शकों ने रोमांटिक अंदाज में काफी पसंद भी किया। ऋषि और नीतू की रोमांटिक जोड़ी काफी पसंद की जाती थी। यही कारण है इन्होंने लगभग 12 फिल्मो में काम किया। 1973 से 2000 के बीच ऋषि ने 92 रोमांटिक फिल्मों में काम किया जिनमें से 36 फिल्में सुपरहिट साबित हुईं। इनमें कर्ज, दीवाना, चांदनी, सागर, अमर अकबर एंथनी, हम किसीसे कम नहीं,प्रेम रोग,हीना जैसी फिल्में शामिल हैं।ऋषि और बिग बी ने भी काफी फिल्मो में काम किया । अमिताभ जी और ऋषि कपूर दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी थे।अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर 27 साल बाद फिर से एक साथ पर्दे पर नॉट आउट फिल्म में नजर आये। द बॉडी उनकी अंतिम रिलीज फिल्म थी। जूही चावला के साथ फिल्म शर्माजी नमकीन की शूटिंग लॉकडाउन की वजह से रूकी हुई थी।
- आखिरी इच्छा–
ऋषि कपूर चाहते थे कि वे जीते जी बेटे रणबीर कपूर की शादी देखें। अपनी इस इच्छा को काफी बार उन्होंने जताया भी था, लेकिन ऐसा मुमकिन ही नही हुआ और ऋषि कपूर की इच्छा अधूरी रह गई। पंचतत्व में ऋषि विलीन हो गए। सारा बॉलीवुड और फैन्स उनके जाने से सदमें में है। उनका बेबाक अंदाज और उनकी फ़िल्मी उन्हें हमारे बीच हमेशा जिन्दा रंखेगी । उनकी जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।
- जीना यहाँ मारना यहाँ–
इसके सिवा जाना कहाँ, यही जीवन की सच्चाई है। ऋषि कपूर के पिता राज कपूर का ये गाना जीवन की कड़वी सच्चाई को बयां करता है। जाना तो सबको है लेकिन जिंदादिली से जीने से इंसान अमर हो जाता है और ऋषि कपूर का भी यही कहना था।
अदिति शर्मा