आरजेडी ने गिनती में हेरा-फेरी का लगाया आरोप, उम्मीदवारों के जीतने के बाद भी नहीं मिले सर्टिफिकेट

बिहार विधानसभा चुनाव आज अपने अंतिम पायदान पर है। आज सुबह से ही वोटों की गिनती चल रही है और एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखी जा सकती है। बिहार की मुख्यमंत्री पद की कुर्सी नितीश के साथ रहेगी या तेजस्वी यादव ले जायेंगे यह अभी साफ बताना मुश्किल है। एनडीए फ़िलहाल बहुमत के नज़दीक है लेकिन कभी भी मामला पलट सकता है।
क्या है वर्तमान में आंकड़े–
वर्तमान स्थिति की बात करें तो राजग 124 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है जो की बहुमत से अधिक है। दूसरी ओर विपक्षी महागठबंधन की बात करें तो 113 सीटों पर आगे चल रही है। आपको बता दें कई सीटें ऐसी भी हैं जहां बढ़त का अंतर केवल 1000 मतों से कम है, ऐसे में परिणाम किसी के भी पक्ष में जा सकते हैं।
खास बातें –
इस चुनाव में अपनी किस्मत को आजमा रही न्यू पीपल्स पार्टी की प्रमुख प्रियंम चौधरी दोनों में से एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाईं हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने गया के इमामगंज सीट से 16,034 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्होंने आरजेडी के उदय नारायण चौधरी को काफी बड़े अन्तर से हराया।
एक्टर शत्रुघ्न सिंन्हा के बेटे लव सिन्हा बांकीपुर विधानसभा सीट पर 22,735 वोटों से पीछे रहे। तेजस्वी यादव के भाई तेजप्रताप यादव ने हसनपुर सीट पर जेडीयू के राजकुमार राय को 21139 वोटों से हराकर जीत हासिल की। रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान चुनाव में बिलकुल फीके रहे। उन्होंने भाजपा से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था जिसका भारी नुकसान नितीश कुमार को पड़ा है। माना जा रहा है लोजपा ने जेडीयू के कई वोट घटायें हैं, वहीं भाजपा को इससे फायदा हुआ है।भाजपा के उम्मीदवार संजय सरावगी ने दरभंगा की सीट को जीता।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बिहार चुनाव में किया कमाल–
बिहार विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस–ए–इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने काफी बढ़िया प्रदर्शन किया और राज्य में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही। यह कहना सही होगा कि एआईएमआईएम ने सीमांचल में इसके साथ अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। पार्टी ने मुस्लिम सीटों पर शानदार प्रदर्शन किया। फिलहाल ओवैसी की पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की है और बाकि 5 सीटों पर भी कब्ज़ा करती नजर आ रही है। हैदरबाद में ओवैसी के बहार चुनाव के नतीजों को देख जश्न भी मनाया जा रहा है।
वोटों की गिनती देख दलों ने मनाया जश्न–
वैसे तो रुझानों में उतार– चढ़ाव देखा जा रहा है, लेकिन वर्तमान रुझान को देख भाजपा कार्यकर्तों ने उत्साह में शंखनाद किया तो वहीं जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने दफ्तर के बाहर पटाखे जलाकर जश्न मनाया। बिहार चुनाव काफी दिलचस्प रहे जहां एग्जिट पोल में महागठबंधन की जीत को साफ दिखाया गया था, असल में स्थिति काफी अलग रही। वोटर्स ने नितीश कुमार की ओर नाराजगी तो दिखाई है यही कारण है कि जेडीयू की सीटें कम हुई हैं लेकिन भाजपा ने चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है। अब देर रात तक ही साफ हो पायेगा कि बिहार ने लालटेन को जिताया या नितीश बाबू को।
आरजेडी ने गिनती में हेरा–फेरी का लगाया आरोप
ये उन 119 सीटों की सूची है जहाँ गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके है। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफ़िकेट नहीं दे रहे है कह रहे है कि आप हार गए है। ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी। pic.twitter.com/puUvIagyDz
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 10, 2020