ज़रा हटके

देश के वो हीरो जो महामारी में ऑक्सीजन वॉरियर्स बन कर सामने आएं

कोरोना संकट में डॉक्टर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स तो लोगों का जीवन बचा ही रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ देश में ऐसे कई लोग हैं जो सही वक्त पर बीमारी से जूंझ रहे लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहे हैं।

कोविड 19 महामारी की दूसरी लहर ने देश के स्वास्थ्य सेवाएं को पूरी तरह जकड़ लिया है। देश की राजधानी से लेकर अन्य शहरों में बेड्स की कमी, ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटीलेटर्स की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। यही कारण है अनेक राज्यों में नाईट कर्फ्यू और लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।

इस बुरे समय में कुछ ऐसे लोग हैं जो ऑक्सीजन हीरोज के नाम से काफ़ी चर्चा में हैं क्योंकि ये लोग निस्वार्थ भाव से लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहे हैं, इसलिए इनकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।

शाहनवाज़ हुसैन ऐसे कर रहे हैं मरीजों की मदद

पिछली महामारी के दौरान मुंबई के शाहनवाज़ हुसैन ने ऑक्सीजन सिलेंडर देकर लोगों की मदद करना शुरू किया था। उन्होंने यह फैसला तब किया जब उनकी दोस्त की बीवी की जान ऑक्सीजन सही टाइम पर न मिलने की वजह से जान चली गयी थी। मुंबई के ऑक्सीजन मेन के नाम से फेमस शाहनवाज लोगों की कॉल आने पर जल्द से जल्द फ्री में ऑक्सीजन उपलब्ध कराते हैं।

जमींन पर लोगों की मदद के लिए शाहनवाज ने वॉर रूम तैयार किया है, जिसके जरिए वो हर तरह से लोगों की मदद कर रहे हैं चाहे वो बेड हो या वेंटीलेटर। शाहनजाव बताते हैं कि इस बार उन्हें एक दिन में 500 काल आ जाते हैं जबकि पिछली बार 50 काल आते थे। इस मुश्किल समय में उन्होंने अपने इस नेक काम से कई जिंदगियां बचाई हैं।

गौरव राय, मेन विद मिशन

पटना के रहने वाले गौरव राय ने फ्री ऑक्सीजन देकर अब तक 950 कोविड मरीजों की जान बचाई है। गौरव राय किसी मसीहा से कम नहीं हैं जिन्होंने केवल खुद यह नेकी का काम किया है। गौरव अपने दिन की शुरुआत सुबह 5 बजे से करते हैं और काम में लग जाते हैं। खुद अपनी गाड़ी से कभी इस कालोनी तो कभी दूसरी कॉलोनी जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराते हैं। बता दें वो पिछले साल से यह काम फ्री में कर रहे हैं। उनकी इस निस्वार्थ सेवा के बाद से अब वो ऑक्सीजन मेन के नाम से मशहूर हो गए हैं।

दरअसल पिछले साल वो कोविड पॉजिटिव हुए थे और उन्हें खुद के लिए बेड नहीं मिला था। उन्होंने देखा कि कैसे ऑक्सीजन की कमी से लोग कराह रहे हैं, और ठीक होने के बाद उन्होंने फैसला किया कि वो खुद एक ऑक्सीजन बैंक बनाएंगे और लोगों की मदद करेंगे। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ खुद के पैसो से बेसमेंट में ऑक्सीजन बैंक खोला, जिसमें बाद में कई लोगों ने कंट्रीब्यूट भी किया। अब वो हर सुबह अपनी वैगन आर कार से लोगों तक सही टाइम पर ऑक्सीजन पंहुचा रहे हैं।

वीर सिंह ने ऐसे की मदद

सबसे पहले बात करते हैं हीरो वीर सिंह की जिन्होंने राउरकेला से सागर तक का 1180 किलोमीटर का सफर, 24 घंटों में बिना रुके तय किया। वीर सिंह ड्राइवर ने अपने इस काम से हजारों मरीजों की जान बचाई है। आपको बता दें मध्य प्रदेश में इन दिनों कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। उनके सही समय पर ऑक्सीजन पहुँचाने से म.पी. प्रशासन ने चैन की सांस ली।

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