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जामिया यूनिवर्सिटी फिर चर्चा में, इस बार वजह सुकून देने वाली है

CAA और NRC के खिलाफ़ विरोध का परचम बुलंद करने वाले जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रदर्शन की मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सराहना की है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ( MHRD) द्वारा किये गए केंद्रीय विश्वविद्यालयों के आंकलन में जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia  मिलिए Islamia) का प्रदर्शन (2019-20) में बेहतरीन रहा है। इस बात की जानकारी जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी ने दी। जामिया ने बताया कि HRD ministry द्वारा भेजे गए पत्र में समग्र आंकलन में यूनिवर्सिटी ने 2019-20 सत्र में 95.63 अंक हासिल किये हैं।

जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर (Najma Akhtar) ने इस शानदार प्रदर्शन का श्रेय अच्छी गुणवत्ता के अध्यापन और प्रांसगिक अनुसंधान को दिया। उन्होंने उमीद जताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय ओर बेहतर करेगा।

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उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों विश्वविद्यालय ने चुनौतीपूर्ण समय देखा है और ऐसे में यह उपलब्धि और महत्त्वपूर्ण हो जाती है। नजमा अख्तर ने कहा कि जामिया दिसम्बर में नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों का केंद्र बन गया था, जब दिल्ली पुलिस ने यूनिवर्सिटी में 15 दिसंबर को पुस्तकालय में पढ़ रहे छात्रों पर कथित रूप से लाठीचार्ज किया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि वो परिसर में सीएए कानून के खिलाफ़ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में शामिल बाहरी लोगों की तलाश में घुसी थी।

आपको बता दें कि विश्वविद्यालयों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के साथ एक त्रिपक्षीय सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने होते हैं। जिसके बाद चुनिंदा अहम मानदंडों  के आधार पर केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन के आकलन को किया जाता है। जामिया इसपर हस्ताक्षर करने वाला पहला विश्वविद्यालय है।

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साथ ही 2017 में जामिया विश्वविद्यालय ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। विश्वविद्यालयों का यह आकलन छात्रों की विविधता एवं समता, अकादमिक परिणामों, संकाय गुणवत्ता एवं संख्या के आधार पर किया जाता है। 

आकलन के लिए अनुसंधान प्रदर्शन, पहुंच, संचालन, वित्त , राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग एवं मान्यता और पाठ्येतर गतिविधियों को भी ध्यान में रखा जाता है। 

गौरतलब है, कि पिछले महीने मंत्रालय केनेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क‘ (NIRF) की ओर से जारी की गई रैंकिंग में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को 10वां स्थान मिला था। इसके आलावा विश्वविद्यालय को  ‘समग्रश्रेणी में 16वां स्थान मिला था।

अदिति शर्मा

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