क्या मंदिर का पानी मजहब देख कर प्यास बुझाएगा ?
गाज़ियाबाद का एक वीडियो वायरल है जिसमें मंदिर में पानी पीने गए एक मुस्लिम बच्चे की एक आदमी बुरी तरह से पिटाई करता नजऱ आ रहा है।

भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जाति और धर्म के लोग साथ मिलकर रहते हैं। एक दूसरे के साथ अलग अलग त्योहारों को मानते हैं चाहे फिर वो ईद हो या दीवाली, होली हो या क्रिसमस। लेकिन इसके बावजूद कुछ चंद लोगों की वजह से, कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो हमारी एकता पर सवाल खड़ा करती हैं- कि आजकल हम लोग सही तरह से क्यों नहीं सोच पा रहे हैं!
क्या है पूरा मामला?
ऐसा ही घटना उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में हुई जहां एक मुस्लिम बच्चे को मंदिर में पानी पीने के लिए एक शख्स ने खूब पीटा। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि श्रृंगी यादव पहले बच्चे से उसका और उसके पिता का नाम पूछता है। फिर वो उससे पूछता है कि मंदिर में किस लिए आया। जवाब में बच्चा कहता है पानी पीने के लिए, इतना सुनते ही श्रृंगी नंदन कितनी बेरहमी से लड़के को लात घूंसों से पीटना शुरू कर देता है।
This kids fault was that despite being his name is Asif and he was drinking water at a Temple.#IslamphobiaInIndia pic.twitter.com/M2Ly31E5UZ
— Muhammad (@MohdBM793) March 12, 2021
हालाकिं मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। पुलिस ने कार्यवाही की और उन लोगों को अरेस्ट किया। ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने मामले की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर दी।
इंसानियत क्यों ख़त्म होती जा रही है?
ये नफ़रत से भरा दृश्य सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या अब धर्म से निर्णय किया जायेगा कि कोई इंसान पानी पी सकता है या नहीं ? साथ ही इस तरह कि अमानवीय हरकत से पता चलता है कि कुछ लोगों की सोच कितनी संकुचित हो गयी है, जिसके कारण उन लोगों में इंसानियत मरती जा रही है। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए, हम सभी लोगों को समाज में इन नफ़रत फ़ैलाने वाले लोगों कि संकुचित मानसिकता को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। ऐसे लोग संख्या में बहुत कम है और समाज की शांति के लिए सबसे बड़ा ख़तरा हैं।