तबलीग़ जमात पर ट्वीट कर ट्रोल हो गए नकवी
एक तरफ देश जहां कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। वहीं हमारा समाज एक ऐसे अंजान वायरस से लड़ रहा है जिसका इलाज कभी संभव नहीं। मज़हब देखकर इंसान की परख करने वाले लोग इस वायरस से संक्रमित है।

भारत में कोरोना वायरस का कहर थम नही रहा है। ऐसे में जब प्प्लाज़्मा थेरेपी से उम्मीद जगी है तो तब्लीगी जमात के लोग इस मुहीम में बढ़ चढ़कर आगे आ रहे है। तबलीगी जमात के बहुत से लोगों ने प्लाज्मा डोनेट करने का फैसला किया है। जिसके जरिए कोरोना वायरस के मरीज को सही करने में मदद मिलेगी। यही वजह है कि अब बहुत से लोग तबलीगी जमात पर गर्व कर रहे हैं और ये हैशटैग ट्रेंड भी कर रहा है। इसी बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के कोरोना संक्रमितों को प्प्लाज़्मा देने की बात पर निशाना साधा है। उन्होंने इस अच्छे कदम की सराहना करने की बजाय कहा कि कोरोना फैलाने वाले खुद को कोरोना योद्धा बता रहे हैं।
नकवी ने यह दावा भी किया कि यह हर भारतीय मुसलमान को तबलीगी साबित करने की ”तबलीगी साजिश” है। ऐसे में तबलीग़ की इस नेक पहल में किसी मंत्री का इस तरह का बयान बेहद निंदनीय है। इस बयान के बाद नकवी की जमकर आलोचना हो रही है और लोग उनको ट्विटर पर ट्रोल भी कर रहे है। नकवी जैसे नेताओं को बीमारी के समय भी राजनीति सूझ रही है। ये बेहद दुखद है। याद रहे कि इस लड़ाई में हम सब साथ है और महामारी को मज़हबी रंग देना वाकई शर्मनाक है। साथ ही आपको बता दें की लगभग 300 से ज्यादा मरीज़ों ने प्लाज़्मा दान करने की इच्छा जताई है। वहीं मुंबई में एक तब्लीगी जमात के सदस्य ने प्लाज़्मा दान किया और बाक़ी लोगो को प्रेरित भी किया। दरअसल, कोरोना के ज़्यादातर मामलों के लिए जिम्मेदार माने जाने वाली तबलीगी जमात की काफी आलोचना हुई थी, मगर अब जिस तरह से कोरोना के खिलाफ जंग में वो आगे बढ़कर आए हैं, वह सराहनीय है।
भारत में कोरोना फैलाने वाले तब्लीगी अपने आप को “कोरोना वारियर्स” बता रहे हैं। कमाल है…. तब्लीगी अपने गुनाहों पर शर्म करने के बजाय लाखों #कोरोनावारियर्स का अपमान कर रहे हैं। इसे कहते हैं “चोरी और सीनाजोरी”। #IndiaFightsCorona
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) April 27, 2020
रिपोर्ट–अदिति शर्मा