नाईजीरिया पर क्यों खफा है मानव अधिकार आयोग

एक ओर जहां दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने नाईजीरिया पर नाराज़गी जताते हुए आरोप लगाया है कि कोरोनावायरस के कारण जारी लॉक डाउन में नाईजीरियन पुलिस प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान नियमों का उलंघन करने पर 18 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी है। बुधवार को आई रिपोर्ट में आयोग की ओर से कहा गया है कि नाईजीरिया में लॉकडाउन के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मानव अधिकारों को उलंघन हुआ है। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के कार्यकारी सचिव टोनी ओजुकु ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास ऐसे कई सुबूत है जिसमें इस बात की पुष्टि होती है कि पुलिस द्वारा 18 नाईजीरियाई लोगों की जान ली गई है। साथ ही उन्होने ये भी कहा कि नाईजीरिया में उतनी मौत कोविड़ के संक्रमण से नही हुई जितनी पुलिस की गोली द्वारा हुई है। नाइजीरिया के तीन राज्यों तीन राज्यों लागोस, अबुजा और ओगुन में कोविड-19 के संक्रमित मरीजो की संख्या 407 हो गई है जबकि 12 लोग इसके कारण मर चुके है। गौरतलब है कि 30 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन के पहले चरण के बाद इसको 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है।
In my capacity as executive secretary of @NhrcTweets ,I was on @channelsTV to shed light on @NhrcTweets reports showing that while #COVID19 itself had been responsible for 11 deaths, the actions of security agents enforcing lockdowns had led to the deaths of 18 people. pic.twitter.com/osTaCetvBv
— Tony Ojukwu (@TonyOjukwuO) April 16, 2020