Cyclone Nisarga: महाराष्ट्र और गुजरात के लिए आई राहत की ख़बर
महाराष्ट्र में तबाही मचाने वाले निसर्ग तूफ़ान (Cyclone Nisarga) के हवाले से एक अच्छी खबर आई है। अब तूफ़ान का खतरा धीरे धीरे टल जायेगा। एजेंसी स्काईमेट की माने तो तेज़ हवाएं और बारिश जारी रहेगी। लेकिन हवा 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगीं। अब निसर्ग तूफ़ान महराष्ट्र के अलीबाग में अपना लैंडफौल चरण पूरा कर गुजरात की ओर बढ़ रहा है।

IMD की ताज़ा अपडेट के अनुसार साइक्लोन निसर्ग अगले तीन घंटे में कमज़ोर हो जायेगा।
- तूफ़ान कहां तक फैला?
बता दें, महाराष्ट्र में तूफान निसर्ग से ज्यादातर इलाकों में तेज हवाएं चली और भारी बारिश हुई। अलीबाग जो इस तूफ़ान का सेंटर रहा, वहां कई जगह पेड़ उखड़ गए। इस तूफ़ान का सबसे ज्यादा असर रायगढ़, सिंधुदुर्ग के साथ रत्नागिरी जिले में पड़ा। तेज हवाओं से कई जगहों पर खूब तबाही मची, इन हवाओं से बिजली सप्लाई पर भी असर पड़ा है।
एनडीआरएफ (NDRF) दल पुरे बल के साथ तैनात है। कर्मचारियों ने प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य शुरू कर दिया है। एनडीआरफ की लगभग 40 टीम तैनात हैं और तूफ़ान के जोखिम भरे रास्ते से 1 लाख लोगो को सुरक्षित बचाया गया। महाराष्ट्र इस वक्त दोहरी जंग लड़ रहा है। इसके अलावा निसर्ग तूफ़ान (Cyclone Nisarga) के चलते मुंबई में तेज बारिश और आंधी से नरीमन प्वाइंट और कालाचौकी में कई पेड़ जड़ से उखड़ गए। साथ ही कई वाहनों का भी नुकसान हुआ।
निसर्ग तूफान का डरा देने वाला मंज़र। चक्रवाती तूफ़ान गुजरात व महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों से टकरा चुका है। लगभग 6 घंटों…
KhabarHatke.com द्वारा इस दिन पोस्ट की गई बुधवार, 3 जून 2020
- तूफ़ान से हुई मौत–
रायगढ़ में तूफ़ान से एक शख्स की मौत हो गई है। हुआ यूँ कि तेज हवा के चलते इस व्यक्ति पर ट्रांसफार्मर गिर पड़ा जिसकी वजह से 58 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। दूसरी तरफ पुणे में चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) से दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। एक की मौत दीवार के गिरने से हुई तो दूसरे की मौत का कारण टिन शेड बनी। फ़िलहाल इस तूफ़ान से नुकसान की भरपाई की जा रही है और एनडीआरफ भी एक्टिव है। अब तूफ़ान का खतरा मुंबई से टलने वाला है, साथ ही महाराष्ट्र सीएमओ ने भी अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए जारी की थी।
अदिति शर्मा