रास्ता भटकती श्रमिक ट्रेनों में दम तोड़ रहे हैं लोग
लॉकडाउन में एकाएक यातायात बंद होने के कारण कई लोगों ने पैदल चलना शुरू कर दिया और सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान भी चली गई। स्पेशल श्रमिक ट्रेनें यूँ तो प्रवासियों के लिए चलवाई गई लेकिन अब ट्रेनों की देरी से लोग दम तोड़ने लगे हैं। ट्रेनों के इंतजार में भूखे प्यासे गर्मी में अपना दम तोड़ रहे हैं। इन प्रवासियों में बच्चे, महिला, नौजवान और उम्रदराज लोग भी शामिल हैं।

- रास्ता भटकती श्रमिक ट्रेनें–
श्रमिक ट्रेनें लेट होने में भी स्पेशल हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि 16 मई को गुजरात के सूरत से सीवान के लिए निकलीं दो ट्रेनें अपना रास्ता भटकते हुए उड़ीसा के राउरकेला और बेंगलुरु पहुंच गईं। वाराणसी रेल मंडल की खोजबीन से पता चला कि जिस ट्रेन को 18 मई को सीवान पहुंचना था, वह 9 दिन बाद सोमवार 25 मई को पहुंची। वहीं दूसरी ओर जयपुर–पटना–भागलपुर श्रमिक ट्रेन रविवार की रात पटना की बजाए गया जंक्शन पहुंच गई। ऐसी ही कई ट्रेनों में बेहद दर्दनाक घटनाएं घटी है जिनमे से कुछ आप सुनेंगे तो चौक जायेंगे।
- 4 वर्षीय बच्चे इरशाद की ट्रेन में मौत
पिंटू शनिवार को दिल्ली से पटना के लिए चले। चंपारण जिले के निवासी पिंटू ने सोमवार सुबह दानापुर से मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचने पर बेतिया की ट्रेन में चढ़ने के दौरान अपने बेटे इरशाद को खो दिया। पिंटू ने बताया गर्मी और पेट में अन्न का दाना नहीं होने के कारण उनके बेटे की मौत हो गई।
- बच्चे की लाश के साथ किया कानपूर से गया तक सफ़र
सोमवार को 8 माह के बच्चे के शव को राजकोट–भागलपुर श्रमिक ट्रेन से उतारा गया। दंपती देवेश पंडित का परिवार मुंबई से सीतामढ़ी के लिए निकला था। लेकिन बच्चे की ट्रेन में तबियत बिगड़ गई। आगरा में बच्चे का इलाज तो हुआ लेकिन बच्चे की कानपुर के पास मौत हो गई। दंपती देवेश पंडित सीतामढ़ी के सोनपुर गांव का रहने वाले हैं।
- बरौनी में अनवर ने ली आखरी सांस, 4 दिन से भूखे थे
21 मई को महाराष्ट्र के बांद्रा टर्मिनल से श्रमिक ट्रेन से घर लौट रहे 55 वर्षीय मो अनवर की सोमवार की शाम बरौनी जंक्शन पर मौत हो गई। बरौनी पर अनवर ने 10 रुपये का सत्तू खरीद कर खाया और कटिहार जा रही श्रमिक ट्रेन पर सवार होने से पहले वह पानी लेते दौरान जंक्शन पर ही उसकी मौत हो गई।
- ओबरा की महिला ने पति की गोद में तोडा दम
सूरत से चली श्रमिक ट्रेन से सासाराम पहुंची महिला ने पति से भूख के लिए कहा। स्टेशन पर ही पति ने जैसे तैसे नाश्ता अरेंज किया और नाश्ता करने के बाद वह कांपने लगी। महिला ने पति की गोद में ही दम तोड़ दिया। स्टेशन पर जब लोगों को पता चला तो इधर उधर भागने लगे।
- ट्रेन में तबीयत खराब हुई, अस्पताल में ली आख़री साँस
महाराष्ट्र से आ रहे एक प्रवासी की ट्रेन में हालात खराब हुई। इसके बाद उसे ट्रेन से उतारकर जहानाबाद अस्पताल ले जाया गया । मोतिहारी जिले के कुंडवा–चैनपुर के निवासी ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
अदिति शर्मा