राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड का नाम बदल कर हुआ मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड
मोदी सरकार द्वारा आज राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को लेकर एक बड़ा फ़ैसला लिया गया है। अब से राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को अब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रख दिया गया है।

जहाँ एक ओर पूरे देश की नज़र टोक्यो ओलंपिकस में भाग ले रहे खिलाड़ियों पर टिकी है वहीं खिलाड़ियों को उनके बेहतर प्रदर्शन करने पर सरकार द्वारा दिये जाने वाले सबसे बड़े अवॉर्ड का नाम अब बदल दिया गया है। मोदी सरकार द्वारा आज राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को लेकर एक बड़ा फ़ैसला लिया गया है। अब से राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को अब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रख दिया गया है। अब से यह पुरस्कार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड के नाम से दिया जाएगा।
लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब बदल कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया- पीएम
आपको बता दें कि हर साल 30 अगस्त को मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के अवसर पर खिलाड़ियों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। वर्ष 1991-92 इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी ताकि खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया जा सके साथ ही लोगों में इनके प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के ज़रिये इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ‘ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं।
हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो जीत के प्रति इच्छाशक्ति और ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।’ उन्होंने कहा कि अनेक देशवासियों का ये आग्रह है कि खेल रत्न पुरस्कार हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब बदल कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
नाम बदलने के बाद राजनेताओं की मिली जुली प्रतिक्रिया
इस निर्णय के बाद राजनेताओं की मिली जुली प्रतिक्रिया आ रही है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह पूरे खेल जगत का सम्मान है। वहीं कुछ का कहना है कि जब एक और इस पुरस्कार का नाम बदला गया है तो वही स्जेटली और मोदी के खुद के नाम पर जो स्टेडियम हैं उनका भी नाम बदल देना चाहिए। यहाँ दोहरा मापदंड क्यों?
कांग्रेस ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने भी इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नाम बदलने वाली खराब परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मोदी मेजर ध्यानचंद के नाम पर कुछ करना ही चाहते थे तो इसकी जगह पर एक नए खेल पुरस्कार की घोषणा भी कर सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में खेलों के लिए बहुत कुछ किया है और उनके प्रयासों के कारण आज पूरी दुनिया में देश खेल के क्षेत्र में अपना नाम बना रहा है। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ी को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए। बंसल ने ये भी कहा कि कांग्रेस सरकार के द्वारा दिए गए नामों को बदलकर मोदी सरकार एक ओछी राजनीति करने की शुरुआत कर रही है।
-भावना शर्मा