
प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के अंतिम में मन की बात देश से साँझा करते हैं। 30 अगस्त को मोदीजी ने 68वीं बार रेडियो पर मोदीजी ने अपना यह प्रोग्राम किया जिसको देश की जनता ने बिलकुल पसंद नहीं किया। यूट्यूब पर मन की बात कार्यक्रम पर नकारात्मक रिएक्शन बहुत ज्यादा आए हैं।
PM Modi की मन की बात को जनता ने नाकारा
वीडियो के आंकड़े पर गौर करें तो वीडियो को अब तक भारतीय जनता पार्टी के चैनल 1.6 मिलियन व्यूज हैं जिसमें से 4लाख से ज्यादा डिस लाइक्स हैं और केवल 64 हजार लाइक्स हैं। दूसरे नरेंद्र मोदी के चैनल पर वीडियो को जहां 7 लाख लोगों ने देखा तो 1 लाख लोगों ने इसे नापसंद किया है और केवल 43 हजार लोगों ने लाइक किया। ऐसे ही पीआईबी चैनल पर वीडियो पर 1 लाख व्यूज हैं तो 10 हजार लोगों ने इसे डिस्लाइक किया है जबकि केवल 4 हजार लाइक्स हैं।
कहाँ कहाँ होता है प्रसारित?
मन की बात आकाशवाणी के साथ दूरदर्शन के आलावा कई निजी चैनल प्रसारण करते हैं। अन्य चैनल जिसमें पीआईबी, बीजेपी और पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर भी देश के नाम इस संबोधन को सुन सकते हैं।
क्या कहा मन की बात में?
इस संबोधन में पीएम ने त्योहार की बात की और खिलौने के कारोबार को देश में बढ़ाने के लिए लोगों को सुझाव दिया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए खिलौने के स्वदेशी निर्माण पर जोर देते हुए बताया कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री में भारत की हिस्सेदारी काफी कम है। उन्होंने इसमें डिवेलपर्स को कंप्यूटर गेम्स बनाने के लिये भी कहा। लोकल और वोकल का समय आ गया है और इसलिए भारत में इस क्षेत्र में काम होना चाहिए।
संबोधन में विद्यार्थियों की तकलीफ़ का कोई ज़िक्र नहीं!
दरअसल देश में JEE और NEET की परीक्षा को पोस्टपोन कराने के लिए कई स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर स्ट्राइक की। लेकिन सरकार ने उनकी इस बात को पूरी तरह से इग्नोर किया। इसके अलावा मन की बात में भी पीएम ने एक भी बार परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स की समस्याओं पर कोई बात नहीं की। यही कारण है देश की जनता को पीएम की यह एक तरफ़ा मन की बात रास नहीं आई।