सब्ज़ी वाले पर लगाया थूकने का झुठा इलज़ाम, पुलिस को वापिस लेनी पड़ी FIR
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक अजीब सा मामला सामने आया है। यहाँ ठेले पर खरीदारी करते हुए सब्जी पर थूक लगाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई। लेकिन 24 घंटे में ही अधिकारियों ने सिपाही की दर्ज कराई इस एफआईआर को निरस्त कर दिया।

हुआ यूँ कि सिपाही अंकित कुमार ने पाँच लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई। इसमें लिखा गया कि शरीफ खां चौराहे पर पाँच लोगो को बिना मास्क लगाये देखा गया था। सिपाही ने यह भी आरोप लगाया ये पाँच लोग खरीदारी करते वक़्त सब्जियो पर थूक लगा रहे थे। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में खलबली मच गयी। मामले को सोशल मीडिया पर हवा मिल गई जिसके कारण जांच अधिकारियों ने इस पर तहक़ीक़ात शुरू की।
बाद में, जांच होने पर सामने आया कि सिपाही ने केवल सुनी– सुनाई बातो पर ही एफआईआर दर्ज की थी। बिना किसी जांच के सिपाही ने दारोगा को बोल कर एफआईआर लिखवा दी थी। इसके बाद पुलिस अफसरों ने साफ़ किया कि जांच में यह मामला झूठा निकला है और मुसलमानों ने ऐसा कोई सब्जियों पर थूक नही लगाया है। इसके बाद 24 घंटे के अंदर आनन–फानन में इस एफआईआर को निरस्त कर दिया गया। साथ ही पुलिस ने बताया कि प्रशिक्षु सिपाही अंकित कुमार ने सब्जी के ठेले पर बिना मास्क लगाए लोगो को सटकर खड़े हुए देखा था।थूक लगाने वाली बात तो इसमें थी ही नही।
इस पर कार्रवाई कराने के लिए उसने एक दरोगा से मदद ली और ज्ञान के अभाव में गलत रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। अब इस मामले में एफआईआर को तथ्यविहीन बताते हुए निरस्त कर दिया गया है।
अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए दोनों सिपाही और दरोगा को फटकार भी लगाई। बाद में एसपी ने सिपाही और दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया।इस मामले में किस कदर लापरवाही बरती गई है, इस पर छानबीन चल रही है। अभिषेक दीक्षित, एसपी ने कहा कि संबंधित पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की जायेगी।