
दुनिया भर में महामारी बन कर फैले कोविड़-19 से अब तक लगभग 1 लाख 61 हज़ार लोगों की जान जा चुकी है। जबकि 23 लाख से ज़्यादा लोग इससे संक्रमित है। एक ओर जहां सारा विश्व इस मुश्किल वक्त में इस महामारी के जूझ रहा है, वहीं अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO को दी जाने वाली वार्षिक मदद से हाथ पिछे खींच लिए है। बीते सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को दी जाने वाली सालाना 50 करोड़ डॉलर तक की अमेरिकी धनराशि को रोक दी है। ट्रम्प ने कहा कि WHO ने चीन में फैले कोविड-19 की गंभीरता को छिपाया और बाद में यह पूरी दुनिया में फैल गया। लेकिन इसी बीच सऊदी अरब कोरोना संकट से उबरने के लिए WHO की मदद को आगे आया है। सऊदी अरब ने कोरोनावायरस के प्रकोप से निपटने के लिए वैश्विक प्रयासों का समर्थन करने के उद्देश्य से 500 मिलियन डॉलर की सहायता करने का ऐलान किया है। इस वीत्तीय सहायता से 150 मिलियन डॉलर महामारी की रोकथाम और बचाव पर खर्च होगें और 150 मिलियन डॉलर बिमारी की वैक्सीन व दवाइयों के शोध के लिए है जबकि 200 मिलियन डॉलर विश्व स्वास्थ्य संगठन के राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्वास्थय कार्यक्रमों पर खर्च किए जाएगें। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके लिए सऊदी अरब के किंग सलमान को धन्यवाद दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेडरोस अधानोम गेब्रियेसस ने कहा, मैं कोरोनोवायरस का मुकाबला करने की योजना के लिए दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन और सऊदी अरब के लोगों को अपनी महान उदारता के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की सहायता करने के लिए उनका धन्यवाद करता हूं, साथ जी -20 के बाकी सदस्यों को किंग सलमान के कदम का अनुसरण करने की उम्मीद करता हूं।
#BREAKING – Saudi Arabia pledges $500 million to combat COVID-19.
Calls on #G20 to fill $8 billion funding gap to deliver vaccine.https://t.co/IbUsKIfiDo— G20 Saudi Arabia (@g20org) April 16, 2020