ये भी हो सकते हैं कोरोना के लक्षण, आने पर हो जाएं सावधान !
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से देशभर में संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले एक हफ्ते से लगातार 2.5 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं और कुछ लक्षण ऐसे भी हैं जिनके बारे में जानकारी कम है।

कोविड-19 की दूसरी लहर ने देश को एक बार फिर अपनी चपेट में ले लिया है। साथ ही इस बार जो म्यूटेंट वायरस के कुछ ऐसे लक्षण भी सामने आ रहे हैं, जिसके बारे में लोग कम जानते हैं। बता दें कि इस म्यूटेंट वायरस का खतरा सभी उम्र के लोगों पर है लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो 35 साल के कम उम्र के लोग ज्यादा पॉजिटिव हो रहे हैं।
क्या हैं नए लक्षण?
पहले वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों को बुखार, जुकाम, खांसी, नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, और टेस्ट और स्मेल का महसूस न होना जैसी समस्या हो रही थी। मगर इस बार अलग लक्षण सामने आए हैं।
जिरोस्ट्रोमिया– नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ रिपोर्ट में सामने आया है कि कोविड-19 के मरीजों में इस बार ओरल समस्या देखी जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक इसे ज़ीरोस्टोमिया कहा जा रहा है, जिसमें मुंह के अंदर के सलाइवरी ग्लैंड काम करना बंद कर देते हैं और इंसान का मुंह सूखने लगता है।
थूकने और चबाने में दिक्कत– यह एक ऐसा लक्षण है जिसके कारण संक्रमित व्यक्ति को चबाने और थूकने में दिक्कत होती है। इसमें जुबान की सेंसेशन पर असर पड़ता है और मुंह में अल्सर होने के कारण चबाने से मांसपेशियों में दर्द की समस्या होती है।
पिंक आई सिंड्रोम– नए वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों में आँखों से जुड़ा हुआ भी एक लक्षण सामने आया है। चीन में हुई एक शोध के मुताबिक, कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित होने वाले मरीजों में आंखों में हल्का लालपन, सूजन और आँखों से लगातार पानी बहने की समस्या हो रही है।
कोविड टंग– यह भी एक नया और हैरान करने वाला लक्षण है जो कि म्यूटेंट वायरस में देखा जा रहा है। इसमें मरीज की जीभ का रंग सफेद पड़ने लगता है और जुबान के ऊपर हल्के-हल्के धब्बे पड़ जाते हैं। साथ ही ऐसा होने पर मुंह से लार बननी बंद हो जाती है जो कि जीभ को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में मदद करती है।
असामान्य लक्षण को हल्के में न लें
सीडीसी के हिसाब से यदि कोई भी अलग लक्षण शरीर में महसूस हो, तो तुरंत उसकी जांच कराएं। पेट से संबंधी समस्या होने पर भी डॉक्टर को दिखाना जरूरी है क्योंकि वो भी कोविड 19 का एक लक्षण है। बता दें साथ ही पाचन सिस्टम जिसमें लिवर, पैंक्रियाज और गॉल ब्लैडर शामिल है, इनका अधिक ध्यान रखें। साथ ही इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूड को एब्जॉर्ब होने पर भी फर्क पड़ जाता है, यदि इन्फेक्शन GI तक पहुंच जाए।