ओलंपिक्स में कुश्तीबाज़ रवि कुमार दहिया बने रजक पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय
आज टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने एक नया इतिहास रच दिया है। भले ही रवि दहिया स्वर्ण पदक अर्जित करने से चूक गए लेकिन रजक पदक के साथ भी उन्होंने नया कीर्तिमान रच दिया है।

आज टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने एक नया इतिहास रच दिया है। भले ही रवि दहिया स्वर्ण पदक अर्जित करने से चूक गए लेकिन रजक पदक के साथ भी उन्होंने नया कीर्तिमान रच दिया है। उन्होंने कुश्ती के 57 किलोग्राम के भार वर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। इससे पहले कुश्तीबाज़ सुशील कुमार ने 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था।
दो बार वर्ल्ड चैंपियन से हुआ था फाइनल मुकाबला
रवि कुमार दहिया कुश्ती के 57 किलोग्राम वाले भार वर्ग के फाइनल में दो बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके रूस के खिलाड़ी जावुर युगुऐव से मात खा गए जिसके बाद रजत पदक उनके नाम हुआ। मैच की शुरुआ में युगुऐव रवि पर भारी पड़ रहे थे। शुरुआत में स्कोर 2-0 रहा पर बाद में दहिया ने वापसी करते हुए खेल को 2-2 के बराबर कर दिया। युगुऐव के मज़बूत डिफेंस के कारण रवि स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए। रवि कुमार दहिया ने 2019 में कज़ाकिस्तान के नूर सुल्तान में आयोजित हुई वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में कास्य पदक जीत कर ओलंपिक के लिये क्वालीफ़ाई किया था।
1997 से शुरू हुई थी रवि की कहानी
साल 1997 में हरियाणा के सोनीपत ज़िले के नहरी गाँव में रवि दाहिया का जन्म हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और किराये की ज़मीन पर खेती किया करते थे। रवि को पहलवान बनाने के पीछे उनके पिता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आर्थिक तंगी होते हुए भी उन्होंने रवि की ट्रेनिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने घर से हर रोज़ लगभग 40 किलोमीटर लंबा सफर तय कर के रवि तक दूध और फल पहुंचते थे। 10 वर्ष की उम्र से ही रवि ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अपनी ट्रेनिंग आरंभ कर दी थी। 1982 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले सतपाल सिंह से प्रशिक्षण लिया है।
रवि का पहला जलवा 2015 में जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में देखने को मिला था। उसमें उन्होंने 55 किलो कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था। 2017 के सीनियर नेशनल्स में चोट ने उन्हें काफ़ी परेशान जिस कारण उन्हें कुछ समय खेल से दूर रहना पड़ा था। ठीक होने के बाद रवि ने 2018 में वर्ल्ड अंडर 23 रेसलिंग चैम्पियन शिप में 57 किलो कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था। 2020 में मार्च में हुई एशियन रेसलिंग चेम्पियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। दहिया अपनी कटेगरी में सबसे लंबे पहलवानों में से है।
टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम करने के बाद बड़े-बड़े राजनेता ने सोशल मीडिया के ज़रिए उन्हें बधाई दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें 4 करोड़ नकद राशि का इनाम, क्लास 1 की नौकरी, एक प्लॉट देने की बात कही है। साथ ही रवि के गांव में एक इनडोर स्टेडियम का निर्माण करने की भी बात कही है।
–भावना शर्मा