टोक्यो ओलिंपिक: कभी ‘किक बॉक्सर’ हुआ करती थी लवलीना, अब बॉक्सिंग में रचा इतिहास। जानिए उनका सफर
भारत की महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक्स में इतिहास रच दिया है। बॉक्सर लवलीना ने 69 किलोग्राम की कैटेगरी में पूर्व विश्व चैम्पियन चीनी ताइपै की नियेन चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है।

भारत की महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक्स में इतिहास रच दिया है। बॉक्सर लवलीना ने 69 किलोग्राम की कैटेगरी में पूर्व विश्व चैम्पियन चीनी ताइपै की नियेन चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। इसके साथ ही उन्होंने भारत का एक और मैडल पक्का कर दिया है।
4-1 से की जीत दर्ज
असम की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने नियेन चिन चेन के खिलाफ 4-1 से जीत दर्ज की। अब उनका अगला मुकाबला मौजूदा विश्व चैम्पियन तुर्की की बुसानेज सुरमेनेली से होगा।
आपको बता दें लवलीना दो बार विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं। उन्होंने मैच में जबर्दस्त संयम का प्रदर्शन करते हुए उस विरोधी को हराया, जिससे वह पहले हार चुकी थीं। इसके अलावा लवलीना पिछले साल कोरोना पॉजिटिव हो गईं थी, जिस कारण वो यूरोप में अभ्यास दौरे पर नहीं जा सकी थी.
ऐसे की थी शुरुआत
असम से आने वाली लवलीना ने मात्र 23 साल की उम्र में बहुत कुछ हासिल कर लिया है जो अपने आप में ही प्रेरणादायक है। असम के गोलाघाट जिले की मुक्केबाज ने किक बॉक्सर के रूप में शुरुआत की थी। भारतीय खेल प्राधिकरण के पदम बोरो ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। जिसके बाद उन्होंने मुक्केबाजी की ट्रेनिंग पदम बोरो से ली और 2018 में उन्होंने अपनी पहली ही विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता। जिसके बाद अगले साल भी उन्होंने फिर उस प्रदर्शन को दोहराया।
लवलीना के पिता ने बेटी पर जताया भरोसा, कहा कांस्य को स्वर्ण पदक में तब्दील करेगी
लवलीना के पिता टिकेन बोरगोहेन ने अपनी बेटी पर भरोसा जताया कि उनकी बेटी जरूर दो और मैच जीत कर, इस कांस्य पदक को स्वर्ण पदक में तब्दील करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘उसका सपना आखिरकार सच हो रहा है। उसने 2012 में शुरूआत की थी, तब से वह ओलंपिक में पहुंचने और वहां पदक जीतने के अपने लक्ष्य को पूरा करने में लगी हुई थी।” टिकेन बोरगोहेन ने कहा, ‘‘वह सेमीफाइनल में जीतकर फाइनल में पहुंचेगी, मुझे पूरा भरोसा है। हमने सुबह उससे बात की थी और मुकाबले से पहले उसे आशीर्वाद दिया था। ’’
लवलीना के कोच ने कहा..
सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कहा कि वह देश के लिए स्वर्ण पदक लाना चाहती हैं। साथ ही उनके कोच पदम बोरो ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि मेरी छात्रा लवलीना गोल्ड मेडल पक्का जीतेगी।