टूलकिट केस- ट्विटर भारत में अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर चिंतित
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और भारत सरकार टूलकिट विवाद को लेकर कुछ दिनों से आमने सामने हैं। गुरुवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने कहा कि वो भारत में अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और भारत सरकार टूलकिट विवाद को लेकर कुछ दिनों से आमने सामने हैं। गुरुवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने कहा कि वो भारत में अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। पिछले दिनों बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा के कुछ ट्वीट्स को ट्विटर ने ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ का टैग लगा दिया था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ट्विटर ऑफिस भी पहुंच गई थी। जिस पर ट्विटर का कहना है कि बीजेपी नेताओं के कुछ ट्वीट्स पर यह टैग लगाने के कारण जिस तरह पुलिस ने उन्हें डराने धमकाने की कोशिश की उसे लेकर ट्विटर काफी चिंतित है।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पार्टी पर ट्वीट कर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी और देश की छवि खराब करने के लिए टूलकिट बनाया है। जिसके बाद बीजेपी के कई नेताओं ने इस ट्विट को रीट्वीट किया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इसे फर्जी करार दिया और वहीं दूसरी ओर ट्विटर ने इस पर ‘मैनिपुलेटेड’ मीडिया का टैग लगा दिया था। साथ ही बाद में कांग्रेस ने संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई।
इस मामले पर बाद में केंद्र सरकार ने ट्वीटर को मैन्युपुलेटेड मीडिया का टैग हटाने के लिए भी कहा था मगर ट्विटर ने अभी तक टैग नहीं हटाया है। साथ ही सोमवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ट्विटर के दिल्ली – गुड़गांव पहुंची थी जिसे उन्होंने कहा कि वो सिर्फ नोटिस देने के लिए दफ्तर आए हैं। वहीं मीडिया ने इसे ट्विटर की ओर से छापा बताया था।
क्या है नए डिजिटल नियम?
नए डिजिटल नियमों के अंतर्गत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भारत में एक अनुपालन अधिकारी नियुक्त करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा शिकायत प्रतिक्रिया तंत्र को स्थापित करने के साथ-साथ क़ानूनी आदेश के 36 घंटों के अंदर सामग्री को हटाने के लिए कहा गया है।