West Bengal Result 2021: 12 वीं परीक्षा में 500 में से 499 अंक हासिल कर टॉप किया रुमाना सुल्ताना ने, लेकिन इस बात पर मचा बवाल
पश्चिम बंगाल बोर्ड के 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक की परीक्षा में मुर्शिदाबाद की रहने वाली छात्रा रुमाना सुल्ताना 500 में से 499 रन हासिल कर टॉपर बनी हैं।

पश्चिम बंगाल बोर्ड के 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक की परीक्षा में मुर्शिदाबाद की रहने वाली छात्रा रुमाना सुल्ताना 500 में से 499 रन हासिल कर टॉपर बनी हैं। इन्होंने मुर्शिदाबाद के कांदी राजा मंनिद्र चंद्र हाई स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। वहीं उनके टॉपर बनने के बाद राज्य में बवाल मचा हुआ है।
दरअसल पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष महुआ दास ने परिणाम घोषित करते हुए कहा कि एक मुस्लिम लड़की ने 500 में से 499 अंक हासिल किए हैं, लेकिन वे उसका नाम नहीं लेंगी।
बीजेपी ने बोर्ड अध्यक्ष की निंदा की
पश्चिम बंगाल बीजेपी ने इसपर सवाल किया कि अगर कोई टॉपर बना है तो उसकी काबिलियत पर बात होनी चाहिए। लेकिन ऐसा करने की बजाय उसके धर्म पर जोर दिया जा रहा है। बीजपी ने टीएमसी पर निशाना साधा और कहा कि कभी नहीं पता था कि कोई सरकार ऐसे किसी होनहार लड़की के धर्म और इतना जोर देगी। ट्वीट में आगे बीजेपी की बंगाल महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष मालती राव रॉय ने लिखा कि होनहार बच्चों का कोई धर्म नहीं होता और उनकी पहचान तो मेहनत करना और अच्छे नतीजे लाना होता है।
टॉपर को मुस्लिम कहना दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं बंगाल इमाम एसोसिएशंस के अध्यक्ष मोहम्मद याहिया ने एक प्रेस बयान जारी कर उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की अध्यक्ष ने जिस तरह से राज्य की टॉपर छात्रा का परिचय दिया है, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और वेदनादायक है। जिस तरह से एक प्रतिभावान छात्रा का परिचय उसके धर्म को सामने रख कर दिया गया है, उन्हें इसके बाद अब पद पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा की पहचान धर्म से नहीं होती है। तत्काल ही उन्हें इस पद से हटा दिया जाना चाहिए।
पश्चिम बंगाल बोर्ड के नतीजे
पश्चिम बंगाल बोर्ड के अनुसार इस साल कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं कि गई है। इस साल नामांकित छात्रों की संख्या 8 लाख 19 हजार 202 थी। आपको बता दें इनमे से उत्तीर्ण छात्रों की कुल संख्या 7 लाख 99 हजार 88 है, जिसमें से पास आउट का प्रतिशत 97.69% है। इसके अलावा प्रत्येक जिले में उतीर्ण प्रतिशत तकरीबन 90%। वहीं 97.69 प्रतिशत अल्पसंख्यक छात्र पास हुए हैं और 97.33% आदिवासी पास हुए हैं। पिछले साल की तुलना में फर्स्ट डिवीजन में आने वालों की संख्या कम है जो कि 3 लाख 19 हजार 327 है। इस साल पास परसेंटेज आर्ट्स में 97.39%, विज्ञान का 99.28% और वाणिज्य का 99.08 % रहा है।