क्या कहती है WHO की रिपोर्ट, कोरोनावायरस हादसा था या साजिश
14 जनवरी से 10 फरवरी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों की एक टीम ने चीन के वुहान शहर का दौरा किया था, जिसका उद्देश्य यह जानना था की चीन में कोरोना वायरस कैसे उत्पन्न हुआ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर टेड्रोस एडहानोम ग़ेब्रेयेसुस ने कोरोना वायरस और चीन के बारे में बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि ‘यह कहने के लिए अभी और गहन अध्ययन की ज़रूरत है कि कोविड-19 एक चीनी प्रयोगशाला से निकला हुआ वायरस है.’
और क्या कहा WHO प्रमुख ने
ग़ेब्रेयेसुस का कहना है कि वायरस चीनी प्रयोगशाला से निकला है, यह थ्योरी सच होने की संभावना न बराबर है। साथ ही कहा कि और हम बिना गहन अध्ययन और रिसर्च के इस बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। साथ ही विशेषज्ञों की इस टीम के मुताबिक, इस बात की संभावना सबसे ज़्यादा है कि यह वायरस चमगादड़ों से इंसानों में आया। इसके अलावा WHO प्रमुख ने चीनी प्रयोगशाला वाली थ्योरी पर अधिक जांच की जरूरत बताई है।
एक तरफ कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से विश्वभर में कितना नुकसान हुआ है और लाखों लोगों की जान गई है। वहीं दूसरी और डेढ़ साल बाद भी यह साफ़ नहीं हो पा रहा है कि असल में यह वायरस कैसे उत्पन्न हुआ।
US, UK समेत कई देशों ने उठाये सवाल
बता दें 14 देशों के एक समूह ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की नई रिपोर्ट में कोरोनवायरस के मूल वाले बयान पर चिंता जाहिर की है, जिसमें देरी और डेटा की की कमी का हवाला दिया गया है। बल्कि WHO के प्रमुख ने पहले आगे की जांच के लिए निर्देश इसलिए दिए थे की प्रकोप एक प्रयोगशाला रिसाव का परिणाम था।
इसके अलावा बयान में पर्याप्त जानकारी नहीं होने पर भी चीन की आलोचना की है। वहीं दूसरी तरफ चीन अब तक लगातार उसकी प्रयोगशाला से इस वायरस के लीक होने के आरोपों को ग़लत ठहराता आया है।
WHO के इस बयान से तो लगभग साफ़ है कि WHO चीन के पक्ष में बाते कह रहा है और वायरस चीन से नहीं निकला है यह मैसेज विश्व को देना चाहता है।