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विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई!

विश्व पर्यावरण दिवस

पूरी दुनिया आज विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मना रही हैं। हर साल 5 जून को मनाए जाने वाले इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति सचेत करना है। विश्व में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत 1972 से हुई थी। संयुक्त राष्ट्र ने 5 जून 1972 से पर्यावरण दिवस की नींव रखी थी। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया जब 1972 में पहली बार वहां पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें 119 देशों ने भाग लिया था। इस साल भी पर्यावरण दिवस के मौके पर देश-विदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।

इस साल का थीम- प्रकृति के लिए समय

इस साल पर्यावरण दिवस का थीम “प्रकृति के लिए समय” रखा गया है। इस साल मनाए जाने वाला पर्यावरण दिवस (World Environment Day) कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन की वजह से पिछले सालों से अलग होगा। इस साल लॉकडाउन की वजह से प्रकृति में प्रदूषण कम हुआ है, जिस कारण वातावरण शुद्ध होने के कारण हमारी चिंताएं कम हुई है। लॉकडाउन का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दिया संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर ट्वीट संदेश साझा करते हुए कहा, कि हम अपने ग्रह की समृद्ध जैव-विविधता को संरक्षित रखने की प्रतिज्ञा को दोहराते हैं। आइए हम सामूहिक रुप से जिन वनस्पति और जीव-जंतुओं के साथ पृथ्वी साझा करते हैं। उनके लिए जो भी संभव हो करें, जिससे कि वो फल-फूल सके। हम आने वाली पीढ़ियों के लिए और भी बेहतर ग्रह छोड़ सकते हैं।

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दी

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर ट्वीट संदेश में कहा, कि इस विश्व पर्यावरण दिवस पर हमें अपनी समृद्ध जैव-विविधता पर गर्व है। क्योंकि इस साल का थीम जैव-विविधता है। सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर्यावरण दिवस पर हम कुछ पर्यावरण हितैषी काम करें।

एक पौधा लगाकर इसके वृद्धि किसी भी तरीके से सुनिश्चित करें। ये जीवन के लिए ऑक्सीजन बैंक का निर्माण करेगा। इस तरह हम वनाच्छादन को बढ़ा सकते हैं और अतिरिक्त कार्बन को कम कर सकते हैं। हमें जल, पुनर्चक्रित जल और खेती के जल को बचाने की जरुरत है। जिससे कि भविष्य में हमें जल संसाधन की कमी का सामना नहीं करना पड़े।

साथ ही ट्वीट संदेशों में उन्होंने कहा कि हमें बिजली अवश्य बचानी चाहिए और सौर व वायु ऊर्जा का उत्पादन करना चाहिए, ताकि हम कम कार्बन उत्सर्जन कर सकें। हमें बिजली बचाने के लिए एलईडी लाइट जैसी लाइट का प्रयोग उपयोग करना चाहिए और जब कहीं बाहर जाएं तो बत्ती बंद कर देनी चाहिए।

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